करसोग। करसोग में आयोजित किए जाने वाले दो दिवसीय रेडक्राॅस मेले का शुभारंभ पदमश्री अवार्ड से सम्मानित नेक राम शर्मा ने किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्सव प्राचीन काल से ही आयोजित किए जाते रहे हैं और यह हम सभी के लिए स्वस्थ रहने के लिए अति आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि आज विज्ञान ने हर क्षेत्र में प्रगति की है लेकिन प्रदेश की समृद्ध संस्कृति दुनिया में कहीं पर भी नहीं मिलेगी। हमें अपनी संस्कृति का संरक्षण व संवर्धन करना है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी आवश्यक हैं तभी शिक्षा का उद्देश्य पूर्ण होता है।
नेक राम शर्मा ने कहा कि नशा आज सबसे बड़ी चुनौती बनी हैं जिससे हम सभी को मिलकर लड़ना होगा। तभी हम नशे की समस्या को समाज से खत्म कर सकते है।
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि अपने खेतों में बीज तैयार करे ताकि हमें स्वस्थ भोजन मिल सके। उन्होंने कहा कि खेतों में फसल विविधता लाए, मोटे अनाज की खेती को अपनाए, खेतों में नौ अनाज उगाए और तिलहन की फसलें पैदा करें।
इस मौके पर सिविल जज करसोग राहुल वर्मा ने भी नशे पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि नशा समाज में ही नहीं बल्कि संस्कार में भी शामिल हो चुका है। नशे के कारण परिवार टूट रहे है। उन्होंने कहा कि कोर्ट में अधिकतर मामले ऐसे आ रहे है जिनका कारण ही नशा है।
उन्होंने कहा यह बहुत ही चिंतनीय हैं।
सिविल जज ने कहा कि हम यह सोचते कि यह हमारी समस्या नहीं हैं लेकिन धीरे धीरे नशे की यह समस्या हमारे घर तक पहुंच रही हैं।
उन्होंने मेले के दौरान दिव्यांग व्यक्तियों को व्हील चेयर, टॉयलट चेयर और बैशाखियां भी वितरित की।
इस मौके पर डी एस पी करसोग गौरबजीत सिंह ने भी अपने विचार रखे।
एसडीएम ने मुख्यातिथि को रेड क्रॉस की कैप और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
मेले में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 25 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।
इसके अतिरिक्त, विभिन्न खेल प्रतियोगियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान नाटी किंग पाल सिंह ने अपनी प्रस्तुती से लोगों को जमकर नचाया।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।