शिमला, 04 अप्रैल। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आउटसोर्स के मामले पर विपक्ष के वाकआउट को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा ने सत्ता में रहते हुए आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं किया और अब विपक्ष में आते ही उन्हें आउटसोर्स कर्मियों की चिंता सता रही है।
दिल्ली से लौटने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी भाजपा ने उनका बजट भाषण नहीं सुना। इसमें उन्होंने आउटसोर्स और अन्य कर्मचारियों के हितों के लिए कई कदम उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष के पास कहने को कुछ नहीं है। इसलिए वह आउटसोर्स के मसले पर स्थगन प्रस्ताव लेकर आए। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रस्ताव लाकर वह यह दिखाने का प्रयास कर रहे थे कि आउटसोर्स के लिए कुछ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विपक्ष के वॉकआउट को पूरी तरह से राजनीतिक करार दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की मुख्य विपक्षी पार्टी है और राहुल गांधी पार्टी के सबसे बड़े नेता हैं। सुक्खू ने कहा कि परिवार में जब कोई बात आती है तो सभी सदस्य एक होकर उससे निपटने की कोशिश करते हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा राहुल गांधी पर की जा रही टिप्पणी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है और आगे जब भी राहुल गांधी को उनकी जरूरत पड़ेगी वह और उनका पूरा मंत्रिमंडल और विधायक दल उनके साथ खड़ा होगा।
एनडीपीएस एक्ट में संशोधन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले हैं। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री से नशे के सौदागरों पर कड़ी कार्रवाई करने की अनुमति देने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक्ट पूरी तरह से केंद्र के अधीन है। इसलिए केंद्र ही इस पर कुछ कर सकता है। उन्होंने कहा कि वह नशे के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में संशोधन का संकल्प लेकर आए हैं और इसे मंजूर करवाने के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह से भी मिलेंगे।