पौंग डैम में वाटर स्पोर्ट्स शुरू करने को राज्य सरकार ने दी अनुमति: मुख्यमंत्री
इंदौरा उत्सव को जिला स्तरीय करने की मुख्यमंत्री ने की घोषणा
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इंदौरा उत्सव-2024 को अगले वर्ष से जिला स्तरीय करने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के तहत 14 बच्चों को पात्रता प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए। इस योजना के तहत विधवा एवं एकल महिलाओं के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार वहन करती है।
मुख्यमंत्री ने आज कांगड़ा जिला के इंदौरा उत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से नशे के खिलाफ जागरूक करने का यह प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ सटे क्षेत्रों में नशे के खिलाफ राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों की संपत्ति को जब्त करने का प्रावधान किया गया है और इंदौरा क्षेत्र में भी नशा माफिया की संपत्ति को जब्त किया गया है। वर्तमान राज्य सरकार नशा माफिया के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए धन की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा जिला का समुचित विकास सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा एयरपोर्ट केे विस्तारीकरण का कार्य शुरू कर दिया है और ढगवार में 300 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक तकनीक से दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पौंग डैम में वॉटर स्पोर्ट्स को आरंभ करने की अनुमति प्रदान कर दी है और जल्द ही यहां गतिविधियां आरंभ हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार सत्ता के पहले दिन से आम आदमी का कल्याण सुनिश्चित कर रही है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं ताकि गांवों के लोगों की आर्थिकी सुदृढ़ हो सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गाय का दूध 45 रुपये और भैंस का दूध 55 रुपये की दर से खरीद रही है। प्राकृतिक खेती से उत्पादित मक्की 30 रुपये और गेहूं 40 रुपये प्रतिकिलो की दर से खरीदा जा रहा है। मनरेगा की दिहाड़ी को 60 रुपये बढ़ाकर 300 रुपये किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में किसान आंदोलन कर रहा है, जबकि हिमाचल प्रदेश में किसानों के कल्याण के लिए योजनाएं बनाकर धरातल पर उतारी जा रही हैं।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्हें एक आम परिवार से निकल कर मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला और राज्य सरकार ने आम आदमी के हितों को सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष आई आपदा में इंदौरा में भी नुकसान हुआ और राज्य सरकार ने घर बनाने के लिए डेढ़ लाख की राशि को बढ़ाकर सात लाख रुपये किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सात गारंटियां पूरी कर दी हैं। सरकारी कर्मचारियों को पहली ही कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना बहाल की जबकि राजस्थान में भाजपा की सरकार बनते ही ओपीएस को खत्म कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा पांच गुटों में बंटी है और आज भाजपा में आंतरिक लड़ाई चरम पर पहुंच गई है। पिछली डबल इंजन की सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश में हर क्षेत्र में गिरावट आई, जबकि वर्तमान सरकार व्यवस्था में परिवर्तन कर सुधार ला रही है जिसके सकारात्मक परिणाम आएंगे।
विधायक मलेंद्र राजन ने मुख्यमंत्री का इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में स्वागत करते हुए कहा कि उनके आशीर्वाद से पहली बार इंदौरा उत्सव की शुरूआत हुई है। इसका उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नशा माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है, जिसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए कई योजनाएं आरंभ की है। राज्य के अनाथ बच्चों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना शुरू की गई। उन्होंने कहा कि इस उत्सव के माध्यम से स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित किया जा रहा है और मुख्यमंत्री ने इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के लिए विकास की कोई कमी नहीं रखी है।
इस दौरान लोक गायक ईशांत भारद्वाज, पंजाबी गायक कमलहीर और अन्य सांस्कृतिक दलों ने अपनी प्रस्तुतियों से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकासात्मक प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष विशाल चंबियाल, कागंड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, पूर्व विधायक अजय महाजन, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक अशोक रतन सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।