शिमला. AICC प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के हिमाचल दौरे को निशाने साधा है. राठौर ने कहा कि भाजपा आपातकाल को लेकर देशभर महत्व इस प्रचार कर रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री कहना कि कहना कि देश में 2014 के बाद बोलने की आज़ादी मिली ठीक नहीं है. राठौर ने कहा कि देश में एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है यह अघोषित आपातकाल है. इस दौरान कुलदीप सिंह राठौर ने पेड़ों के अवैध कटान का भी मामला उठाया. उन्होंने वन विभाग पर जिम्मेदारी से कम न करने का आरोप लगाया है. साथ ही मुख्यमंत्री के पास विभाग होने के नाते इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई की मांग की.
AICC प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि भाजपा देश भर में आपातकाल को लेकर दुष्प्रचार कर रही है. आपातकाल के दौरान संपूर्ण क्रांति के नाम पर विद्यार्थी, मजदूरों और अर्धसैनिक बलों को भड़काया गया था. इस पर कार्रवाई करना आवश्यक था और देश के हालात सुधरने के बाद वैलेट पेपर पर चुनाव हुए. उन्होंने कहा कि देश में जनता पार्टी की सरकार बनी, लेकिन अढ़ाई साल में ही मनमुटाव के कारण गिर गई. राठौर ने किरेन रिजिजू के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि किरेन रिजिजू का बयान 2014 के बाद बोलने की आजादी मिली ठीक नहीं है. राठौर ने कहा कि यह बयान तथ्यात्मक रूप से गलत है. भाजपा आज अपने ही बड़े नेता अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को नकारने का काम कर रही है. राठौर ने आरोप लगाया है कि भाजपा एजेंसियों का दुरपयोग कर रही है. अपने विरोधियों को दबाने के लिए ED और CBI जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा वाशिंग मशीन बन गई है पार्टी में जाने वाले भ्रष्टाचार के आरोपी नेता साफ होकर निकलते हैं. राठौर ने कहा कि न्यायपालिका पर भी दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है. यह अघोषित आपातकाल की निशानी है.
वहीं, AICC प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में अवैध पेड़ कटान का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं में आधा दर्जन लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है. यह हर साल का क्रम बन गया है और प्रदेश आपदा से उभरता है फिर आपदा आ जाती है. यह बहुत गंभीर विषय बन गया है. राठौर ने कहा कि नाले में बहती सैंकड़ों टन लकड़ी के वीडियो सामने आए हैं. यह साफ तौर पर अवैध खनन और पेड़ों की कटाई की ओर इशारा करते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल भी ऐसे मंजर देखने को मिले थे. राठौर ने आरोप लगाया कि वन विभाग अपनी जिम्मेदारी का ठीक से पालन नहीं कर रहा है. राठौर ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वे इस मामले में तुरंत संज्ञान लें और अवैध खनन और अवैध पेड़ों के कटान पर एक्शन लें. राठौर ने कहा कि वन विभाग मुख्यमंत्री के पास है, ऐसे में इस पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए