चम्बा, 15 जून। हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला के सलूणी उपमण्डल के किहार थाने के अंतर्गत भांदल पंचायत में हिन्दू युवक मनोहर की जघन्य हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस हत्याकांड से आक्रोशित स्थानीय लोगों की बेकाबू भीड़ ने गुरुवार को आरोपियों के गांव पहुंचकर उनका घर जला दिया है। यही नहीं लोगों ने किहार थाने का घेराव करके आरोपियों को फांसी की सज़ा देने की मांग की।
इतना ही नहीं बेकाबू भीड़ ने थाने में भी घुसने की कोशिश की। जिन्हें बड़ी मुश्किल से पुलिस बल ने थाने में घुसने से रोका। घर फूंकने और थाने में घुसने की घटना को देखते हुए गुरुवार को एसपी चंबा अभिषेक यादव और डीसी अपूर्व देवगन सलूणी पहुंचे। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने इस मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आश्वासन दिया। इस दौरान एकत्रित भीड़ के गुस्से का भी सामना एसपी और डीसी को करना पड़ा। लोग आरोपियों को फांसी की सज़ा देने की मांग कर रहे हैं।
चम्बा के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने लगातार इस तरह के प्रदर्शन होने से बेकाबू होते हालात को देखते हुए सलूणी में धारा 144 लागू करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
युवक का बोरी में मिला था टुकड़ों में कटा शव, विशेष समुदाय पर हत्या का आरोप
बता दें कि बीते नौ जून को सलूणी उपमंडल के तहत आती भांदल पंचायत में एक युवक का क्षत-विक्षत शव बोरी में डालकर नाले में फेंका हुआ मिला है। हत्या के बाद शरीर के 7-8 टुकड़े किए गए। मामले का खुलासा तब हुआ, जब सीमांत चौकी में तैनात जवान गश्त पर थे, तो उन्होंने नाले में पड़ी हुई बोरी को देखा।
इस युवक को जघन्य तरीके से मौत के घाट उतारा गया था। मृतक युवक की शिनाख्त ग्राम पंचायत भांदल का थरोली निवासी मनोहर लाल पुत्र रामू अधवार के तौर पर हुई है। मनोहर लाल रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हुआ था। उसके परिजनों ने अपने स्तर पर युवक को तलाशने का हरसंभव प्रयास किया लेकिन कहीं पर भी उसका कोई अता पता नहीं चला।
आखिरकार युवक के परिजनों ने छह जून को पुलिस में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई। बोरी में युवक का क्षत-विक्षत शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटना से जुड़ी वीडियो और कुछ फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद हिंदू संगठन भी भड़क गए हैं।
जांच में सामने आया है कि मनोहर की एक युवती से जान-पहचान थी। वह जिस युवती के संपर्क में था, वो विशेष समुदाय से ताल्लुक रखती है। युवती के परिजनों पर मनोहर को मौत के घाट उतारने का आरोप है। स्थानीय पुलिस ने इस सिलसिले में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। विपक्षी दल भाजपा ने इस प्रकरण की कड़ी भत्सर्ना की है। नेता प्रतिपक्ष ने मामले की एनआईए से जांच करवाने की मांग की है।
इस बीच मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने इस घटना के बाद गुरुवार को राज्य में कानून व्यवस्था की वर्चुअली समीक्षा की। उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया।