शिमला, 23 जून । पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की स्मृति में उनकी जयंती पर शुक्रवार को राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर एकदिवसीय प्रो-बॉक्सिंग टूर्नामैंट का आयोजन हुआ। इस टूर्नामेंट में भारत सहित कई देशों के बॉक्सरों ने हिस्सा लिया। इसका आयोजन अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग ऑर्गेनाइजेशन, हिमाचल प्रदेश ने किया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस टूर्नामैंट का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन प्रदेश के विकास के लिए समर्पित किया है। राज्य में विकास के लिए उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के खेल आयोजनों से जहां प्रदेश के नवोदित बॉक्सिंग खिलाड़ियों को मंच प्राप्त होगा, वहीं अन्य युवा भी इस खेल के प्रति आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि मुक्केबाजी एक ऐसा खेल है जिसमें शारीरिक व मानसिक दृढ़ता के साथ कौशल भी ज़रूरी है। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे हार-जीत की सोच से आगे बढ़ते हुए खेल भावना के साथ अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
राज्यपाल ने कहा कि मोबाइल व इंटरनैट के इस दौर में दैनिक क्रियाकलापों की कमी व बढ़ती सुख सुविधाओं से समाज में शारीरिक गतिविधियों में एक ठहराव सा आ गया है। खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा देने से युवाओं को नशे से दूर रखने में भी सहायता मिलती है। उन्होंने प्रदेश में ड्रग्स व अन्य नशीले पदार्थाे के सेवन के खिलाफ एक बड़ी मुहिम चलाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग व समुदाय को सहयोग करना चाहिए।
शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोत्साहन एवं निरंतर प्रेरणा से भारतीय खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। खेलों को ग्रामीण स्तर तक बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी खेलों के विकास के लिए सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्यपाल ने वियतनाम व पंजाब के मुक्केबाजों के मध्य आयोजित बॉक्सिंग टूर्नामेंट का पहला मैच भी देखा। उन्होंने पंजाब टीम के विजेता लवप्रीत सिंह को सम्मानित किया।
इस प्रतियोगिता में खेलो इंडिया के स्वर्ण पदक विजेता सक्षम ठाकुर सहित रूस, वियतनाम, फिलीपींस और दक्षिण कोरिया के मुक्केबाजों ने भी भाग लिया।