शिमला, 24 जून। हिमाचल प्रदेश में मानसून के दस्तक देने के साथ ही शासन-प्रशासन अलर्ट हो गया है। दरअसल मानसून सीजन में प्रदेश में नदी-नालों के उफान पर रहने के साथ ही लैंडस्लाइड जैसी घटनाएं होती है,जिसमें कई जाने भी चली जाती है। मानसून से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने शनिवार को बैठक बुलाकर तैयारियों का जायजा लिया।
बैठक में मौसम विभाग एनडीआरएफ सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे और सभी अधिकारियों को मानसून के दो को लेकर पूरी तैयारियां करने के निर्देश दिए खासकर नदी नालों पर नजर रखने को कहा गया है।
राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने बताया कि मानसून की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बैठक की गई है और सभी विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए गए है।
उन्होंने कहा कि बैठक में एनडीआरएफ की टीम में भी मौजूद रही ओर उन्होंने भी तैयारियो को लेकर प्रेजेंटेशन दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान काफी बारिश हुई है जिससे कुछ नुकसान भी हुआ है लेकिन कोई जानी नुकसान इस दौरान नहीं हुआ है सभी जिला प्रशासन को खासकर नदी नालों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं और प्रदेश में डैम सेफ्टी को लेकर एप्प भी बनाई गई है जिसके माध्यम से पानी के स्तर पर नजर रखी गई है। इसके अलावा सचेत ऐप भी बनाई गई है जिसके जरिए प्रदेश के सभी हिस्सों में मौसम को लेकर जानकारी दी जा रही है इस ऐप के माध्यम से लोगों को तुरंत मौसम के संबंधित सूचना मिलेगी कि कहां पर बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है उन्होंने लोगों से भी इस ऐप को डाउनलोड करने की का आग्रह किया।
उन्होंने प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने की सलाह दी और कहा कि बरसात के समय नदी नाले अक्सर उफान पर रहते हैं और सड़क किनारे लैंडस्लाइड भी होता है। ऐसे में पर्यटकों को एतिहात बरतने की जरूरत है और ऐसी जगह ना जाएं जहां के लिए चेतावनी दी गई है।