नई दिल्ली।
विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधायी विभाग ने कानून का मसौदा तैयार करने और उसकी समीक्षा करने के अपने मुख्य कार्य के अलावा, सरकार के विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत कई रचनात्मक और टिकाऊ पहल की हैं। इस पहल के तहत, विभाग के गलियारों और सार्वजनिक स्थानों को “अपशिष्ट से धन” की अवधारणा – पृथ्वी बचाओ, प्लास्टिक निषेध, पुनर्चक्रण, अपशिष्ट से कला, पुरानी फाइलें, कागज़ और पर्यावरण-अनुकूल – के अनुरूप विषयगत वॉल पेंटिंग्स से सजाया गया है। इन पहलों से कार्यस्थल की सुंदरता और कर्मचारियों के मनोबल में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, साथ ही विभाग की स्थिरता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता भी सुदृढ़ हुआ है। यह मॉडल स्थानीय कलात्मक प्रतिभा का लाभ उठाकर और पर्यावरणीय चेतना तथा संस्थागत गौरव को बढ़ावा देने हेतु सामग्रियों का रचनात्मक पुन: उपयोग करके अन्य सरकारी विभागों के लिए एक अनुकरणीय ढांचा प्रदान करता है। पेंटिंग का यह कार्य शास्त्री भवन में अपर सचिव/नोडल अधिकारी आर.के. पटनायक की देखरेख में राखी बिस्वास, अवर सचिव और विधायी विभाग के अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर, नोडल अधिकारी आर.के. पटनायक ने अभियान के सर्वोत्तम अभ्यास के महत्व पर बल दिया।