SHIMLA.. रोटरी क्लब शिमला ने अपनी मानवीय सेवा परियोजना ‘आशा किरण’ के अंतर्गत एक सराहनीय पहल करते हुए एक जरूरतमंद महिला को कृत्रिम पैर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
रीटा (उम्र लगभग 39 वर्ष), जिला सिरमौर की निवासी हैं। एक घरेलू रसोई दुर्घटना के दौरान चक्कर आने से वह चूल्हे पर गिर गईं, जिससे उन्हें गंभीर जलन हुई। उपचार के लिए उन्हें पहले आईजीएमसी शिमला में भर्ती कराया गया, जहां संक्रमण और गंभीर स्थिति के कारण उनका घुटने से ऊपर का पैर काटना पड़ा।
इस मानवीय प्रयास के तहत प्रोस्थेटिक्स विशेषज्ञ डॉ. अश्वनी ने आईजीएमसी शिमला पहुंचकर रीटा के कृत्रिम पैर के लिए आवश्यक माप लिए। कास्टिंग की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है तथा एक सप्ताह के भीतर घुटने से ऊपर का कृत्रिम पैर लगाया जाएगा, जिससे रीटा को पुनः चलने-फिरने में सहायता मिलेगी और वह अपना जीवन फिर से आत्मनिर्भर रूप से जी सकेंगी।
इस संपूर्ण प्रक्रिया का समस्त खर्च रोटरी क्लब शिमला द्वारा वहन किया जाएगा।
माप लेने की प्रक्रिया के दौरान रोटेरियन डॉ. सुंदीप सौठा भी उपस्थित रहे।
रोटरी क्लब शिमला समाज के वंचित एवं जरूरतमंद वर्गों के लिए निरंतर सेवा कार्य करता रहेगा और मानवीय मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे भी निभाता रहेगा।