शिमला, 09 सितम्बर। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर हिमाचल प्रदेश को हरित राज्य बनाने के अपने वायदे को भूलने का आरोप लगाया है। उन्होंने शनिवार को एक बयान में कहा कि शपथ ग्रहण से लेकर बजट तक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल को देश का पहला हरित राज्य बनाने को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कहीं थी। सरकार बने 9 महीने और विधान सभा में बजट को आये लगभग 7 महीनें का समय बीत गया है। इस दौरान सरकार ने हिमाचल को हरित प्रदेश बनाने की दिशा में कौन से कदम उठाए हैं। इस बात का जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ़ हज़ार इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा एचआरटीसी में शामिल करने और निजी बसों के संचालकों को इलेक्ट्रिक वाहन लेने पर सब्सिडी देने की घोषणा थी, परिवहन मंत्री प्रदेश को बतायें कि कितने निजी बस संचालकों को यह सब्सिडी अब तक दी गई है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रदेश को हरित ऊर्जा प्रदेश बनाने की बातें कर खूब वाहवाही लूटी। मीडिया में खूब सुर्ख़ियाँ बटोरी और इसके बाद सब कुछ भूल गए। सरकार के गठन को नौ महीनें का समय हो गया है लेकिन इस दिशा में मुख्यमंत्री द्वारा एक भी प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सारे वादे, सारी योजनाओं की घोषणा मुख्यमंत्री ने बिना किसी प्लान के ही कर दी थी। इसलिए आज तक इन योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पाया है और जिस प्रकार यह सरकार काम कर रही है उससे यह साफ़ है कि इनकी हिमाचल को हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की कोई नीयत भी है। उन्होंने कहा कि हरित ऊर्जा प्रदेश का भविष्य है और प्रदेश में हरित ऊर्जा के लिए अपार संभावनाएं हैं। इसलिए हरित ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने के लिए सरकार को गंभीर प्रयास करने चाहिए।