शिमला, 09 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सुक्खू सरकार में सरकारी कर्मचारियों ने अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की कमान प्रदीप ठाकुर को सौंपी है। पूर्व भाजपा सरकार में प्रदीप ठाकुर ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करवाने के लिए न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों को लामबंद करते हुए लड़ाई लड़ी थी।
प्रदेश विश्वविद्यालय में शनिवार को हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी संघ के चुनाव सम्पन्न हुए।12 से 3 बजे तक चली चुनाव प्रक्रिया में सर्वसम्मति से प्रदीप ठाकुर को हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष चुना गया। ब्लॉक और जिला स्तर की चुनाव प्रक्रिया पहले ही सम्पन्न हो गयी थी।
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के चुनाव में विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विभागीय इकाइयों के प्रतिनिधि भी चुनाव का हिस्सा बने। इसके अलावा अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के सदस्य और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने भी चुनाव प्रक्रिया के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।
कर्मचारी महासंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जो विश्वास कर्मचारियों ने जताया है उस विश्वास को पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि जिस पेंशन बहाली की मांग को सब असंभव कहते थे उसी मांग को कर्मचारी हितेषी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूरा कर दिया तो कर्मचारी की छोटी-मोटी मांगों का निपटारा भी समय रहते होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 99% कर्मचारी संगठन के साथ जुड़ चुके हैं और जो शेष बच्चे हैं उन शेष बचे कर्मचारियों को भी साथ लेकर चलने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की कई मुद्दे है स्केल का मुद्दा अभी सेटल नही हुआ है। एचआरए या वित्त से जुड़े ऐसे मुद्दे हैं जो अभी रिवाइज नही हुए है इन सब मुद्दों पर जल्द कार्य करेंगे।जल्द ही बैठक कर सभी मुद्दों पर मंथन होगा और कर्मचारियों और पदाधिकारियों के सुझावों के साथ आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि जो महासंघ पर सवाल उठा रहा है वह अपनी जमीन तलाशने के प्रयास कर रहे हैं। प्रदीप ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री का आशीर्वाद उनके साथ है और वह यह मान कर चल रहे हैं कि उन्हें मान्यता मिल गयी है और आज से ही महासंघ अपना कार्य प्रारंभ कर देगा।