शिमला, 18 अक्तूबर। नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली मुलाक़ात की। जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री से प्रदेश में बारिश से हुई क्षति पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने केंद्र द्वारा प्रदेश को आपदा की घड़ी में दिये गये सहयोग के लिए व्यक्तिगतरूप से मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद दिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का व्यक्तिगत और भावनात्मक जुड़ाव रहा है। उनसे मैंने प्रदेश को और अधिक मदद देने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बात कही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र को कीर्तपुर से सुंदरनगर फ़ोर लेन हाईवे के उद्घाटन के लिए हिमाचल प्रदेश आने के लिए निवेदन किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के द्वारा घोषित आपदा राहत पैकेज में केंद्र का बड़ा हिस्सा है।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि हिमाचल में मुख्यमंत्री तानाशाही से सरकार चलाना चाहते हैं। जिसे मन आया निकाल फेंका, जो मन में आया बंद कर दिया। मुख्यमंत्री यह भूल रहे हैं कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में तानाशाही का स्थान नहीं होता है।
जयराम ठाकुर ने बुधवार को एक बयान में कहा कि आईजीएमसी में सात-साल से सेवाएं दे रहे सुरक्षाकर्मियों को एक झटके में निकाल दिया। एक बार भी उनके बारे में नहीं सोचा गया कि उनके परिवार का क्या होगा।
उन्होने कहा कि आख़िर कांग्रेस के दिल्ली से लेकर स्थानीय सभी नेता हर भाषा में यही समझाते थे पहले कैबिनेट में ही एक लाख रोज़गार देंगे। रोज़गार नहीं देना है तो मत दो लेकिन जिनके पास कोई रोज़गार है उसे मत छीनों। दस महीनें में दस हज़ार लोगों की नौकरियां छीनना कांग्रेस के मुख्यमंत्री की उपलब्धि है।