शिमला। भाजपा की पूर्व महामंत्री एवं विधायक त्रिलोक जमवाल ने कांग्रेस पार्टी पर धावा बोलते हुए कहा की महिला विरोधी तो केवल मात्र कांग्रेस पार्टी है, जहां उनके वरिष्ठ नेताओं के बयान इस बात का सबूत देते हैं और उनके मुख्यमंत्री एवं सरकार इस बात की पुष्टि करती है। अगर उनकी नियत सही होती तो पहले से सरकार बनते ही यह प्रति महा 1500 रुपए महिलाओं को कांग्रेस सरकार देना शुरू कर देती। पर उनकी नियत ही साफ नहीं थी, नियत में खोट था इसलिए जब वह सत्ता में आए तो उनका किया गया वादा की पहली कैबिनेट में ही हम 1500 रु महिलाओं को देना शुरू कर देंगे वह आज तक पूरा नहीं हो पाया।
त्रिलोक ने कहा की अब एक बार फिर कांग्रेस की ठगों की फौज हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक वर्ग को ठगने निकली है, अनेकों प्रकार के फॉर्म भरे जा रहे थे जिसका लाभ 1 रु का नहीं था।
जब विधानसभा का चुनाव हुआ था तब एक ब्लू फॉर्म भी इन्हीं नेताओं ने भरवारा था। उसके बाद भी 1500 रु प्रति माह महिलाओं को नहीं मिले थे। चुनाव जीतने के लिए यह राशि कांग्रेस नेताओ ने अपने फोन से गूगल पे कर दी थी।
अगर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की नियत साफ होती तो जब हिमाचल प्रदेश का बजट सत्र चल रहा था तो बजट में यह 1500 रु देने का प्रावधान करती, पर उन्होंने 1 रु का प्रावधान भी नहीं किया था और जैसे ही बजट सत्र का अंत हुआ उसके बाद इन्होंने घोषणा कर दी कि प्रत्येक महिला को 1500 देंगे पर वह घोषणा भी अजीब है जिसमें यह पारदर्शिता ही नहीं है कि किसी महिला को 1500 रु मिलेंगे और किसको नहीं। अगर लेंस लगाकर देख तो पता लगता है कि केवल मात्र जिन महिलाओं को पहले से ही स्वावलंबन राशि मिल रही थी उन्हीं को ही इस घोषणा का लाभ होगा।
जहां प्रदेश में 22 लाख महिलाएं हैं और 27 लाख महिला वोटर है, वहां केवल मात्र 5 लाख महिलाओं की बात करना ठीक नहीं है। इसलिए हमारा मानना यह है कि कांग्रेस पार्टी भाजपा को घोषणा बंद करें और अपने काम पर फोकस करें।