शिमला, 12 फरवरी। आम आदमी पार्टी (आप) की हिमाचल इकाई ने अदानी मुद्दे पर रविवार को शिमला के चक्कर स्थित भाजपा कार्यालय दीपकमल के सामने धरना दिया और मोदी सरकार एवं अदानी के खिलाफ नारेबाजी की। आप प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में आप नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर देश की सरकारी सम्पतियों को बेचने का आरोप लगाया।
सुरजीत सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार जिस तरीके से सदन में अदानी का बचाव कर रही है, किसी तरीके की कोई जांच नही कर रही है, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने किस आधार पर एक उद्योगपति को देश के बैंकों का ढाई लाख करोड़ कर्ज दे दिया, इसकी जांच की जानी चाहिए और बैंकों में जमा जनता के पैसों को जनता पर खर्च करना चाहिए।
आप प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसा कि मोदी सरकार ने चिड़िया उड़ योजना चलाई है। पिछले कुछ वर्षों में बैंकों से कर्ज लेकर कई उद्योगपतियों विजय माल्या,ललित मोदी नीरव मोदी , मेहुल चौकसी भाग गए है। उन्होंने शंका जताई है कि अदानी भी इन्ही की तरह देश से भाग सकता है। उन्होंने अदानी का पासपोर्ट रद्द करने की मांग की।
वहीं उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर भी हमला करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी है और सरकार बनने के कुछ ही दिनों बाद बिना किसी नोटिस के उद्योगपति अदाणी ने अपने दोनों सीमेंट प्लांट बन्द कर दिए, जिससे सीधे तौर पर प्रदेश की 30 हजार और अप्रत्यक्ष रूप से 01 लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को ऐसे उद्योगपति के खिलाफ विधेयक लाना चाहिये और उद्योगों को अपने अधीन लेना चाहिए, ताकि उद्योगपति की मोनोपोली खत्म हो।
उन्होने मांग की है कि सरकार को अब इंतजार नही करना चाइये क्योंकि दो महीनों का वक्त हो गया है। राज्य सरकार को अदानी समूह के खिलाफ विधेयक लाना चाइये और उसकी मोनोपोली को खत्म कर कम्पनियों को अपने अधीन कर लेना चाहिए और इस विवाद से प्रभावित प्रदेश की एक लाख की आबादी को राहत प्रदान करनी चाहिए, ताकि दो महीनों से बन्द पड़ा उनका रोजगार बहाल हो सके।