शिमला, 12 फरवरी। हिमाचल प्रदेश में नए राज्यपाल की तैनाती हुई है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से ताल्लुक रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ला हिमाचल प्रदेश के नए राज्यपाल होंगे। शुक्ला हिमाचल के 22वें राज्यपाल बने हैं। बतौर राज्यपाल यह उनकी पहली पारी है। वह राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का स्थान लेंगे। आर्लेकर को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने 13 जुलाई 2021 को हिमाचल के राज्यपाल का कार्यभार संभाला था। वह लगभग 19 महीनों तक इस पद पर रहे।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की ओर से हिमाचल समेत 13 राज्यपालों, उपराज्यपालों की नियुक्ति के आदेश हुए हैं।
हिमाचल के नए राज्यपाल बनाए गए शिव प्रताप शुक्ला मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री का जिम्मा संभाल चुके हैं। वह वर्ष 2017 से 2019 तक मोदी सरकार में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री थे। शुक्ला 2016 से 2022 तक उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद रहे थे। वह राज्यसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। वह भाजपा के दिग्गज नेता माने जाते हैं। आरएसएस के स्वयंसेवक और उनकी विचारधारा के पोषक होने के नाते भाजपा संगठन में उनकी गहरी पकड़ रही है।
शिव प्रताप शुक्ला का जन्म 01 अप्रैल 1952 को उत्तर प्रदेश के रुद्रपुर में हुआ। पेशे से वकील रहे शिव प्रताप शुक्ला छात्र संगठन एबीवीपी से भाजयुमो और फिर भाजपा में आये। 1981 में पहली बार भाजयुमो के क्षेत्रीय मंत्री बने। इमरजेंसी में मीसा के तहत गिरफ्तार हुए और करीब 19 महीने जेल में रहे।
वह भाजपा की टिकट पर वर्ष 1989, 1991, 1993 और 1996 में लगातार चार बार उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य के रूप में चुने गए। वह उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकारों में तीन बार कैबिनेट मंत्री भी बने।