शिमला, 20 फरवरी। जिला शिमला के रोहड़ू उपमंडल के चिड़गांव थाना अंतर्गत टोड़सा गांव में पिछले सप्ताह एक रिहायशी मकान में हुए अग्निकांड में बुजूर्ग मां और बेटा झुलस गए थे। दोनों ने उपचार के दौरान पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ दिया। आगजनी के वक्त 12 साल के बच्चे की घटनास्थल पर जिंदा जलने से मौत हो गई थी। इस तरह एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है और रोहड़ू क्षेत्र में शोक की लहर है। पीजीआई में दम तोड़ने वाले मां-बेटे की पहचान सूरती देवी (70) पत्नी सोहन लाल और दीपन (45) लाल पुत्र सोहन लाल के रूप में हुई है। वहीं मृतक दीपन लाल के बेटे पवन (12) की हादसे के दिन ही मौत हो गई थी।
रोहड़ू के एसडीएम सनी शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने सोमवार को बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। अग्निकांड के शिकार हुए परिवार के दो सदस्य अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
बता दें कि बीते 14 फरवरी की रात टोड़सा गांव में लकड़ी से बने दो मंजिला मकान में भीषण आग लग गई थी। सोहन लाल के मकान में पेश आई इस घटना के समय परिवार के सात सदस्य दूसरी मंजिल में सो रहे थे। आग से बाहर निकलते समय सातों झुलस गए थे। वहीं 12 वर्षीय पवन आग की लपटों से खुद को नहीं बचा पाया था और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। चिड़गांव पुलिस ने शुरूआती जांच में आग की वजह शार्ट सर्किट बताई है।