शिमला, 05 मार्च। हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद सैंकड़ों संस्थानों को बंद कर चुकी कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने राज्य के 284 सरकारी स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया है। ये ऐसे स्कूल हैं जो पूर्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल से चल रहे थे और इनमें एक भी विद्यार्थी दाखिल नहीं है। वर्तमान सरकार ने सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिए यह कदम उठाया है।
राज्य के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने रविवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि पहले चरण में 284 सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा। इनमें 228 प्राइमरी और 56 मिडल स्कूल हैं। इन सभी स्कूलों में एक भी विद्यार्थी ने दाखिल नहीं लिया था। पिछली सरकार के समय से जीरो एनरोलमेंट के बावजूद ये स्कूल चलाये जा रहे थे और इन्हें अब डिनोटिफाइड किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछली जयराम ठाकुर सरकार ने चुनाव से कुछ महीने पहले 314 स्कूल और 23 कॉलेज खोल दिए थे। वर्तमान सरकार ने इनके संचालन को लेकर एक मापदंड निर्धारित किया है। प्राइमरी स्कूलों में 10, हाई स्कूलों में 20, सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 25 और कॉलेजों में 65 विद्यार्थी होने का पैरामीटर तय किया गया है। इनसे कम संख्या वाले स्कूलों को सरकार बंद कर देगी क्योंकि शिक्षा में गुणवत्ता लाना सरकार प्राथमिकता बता रही है।
रोहित ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 3154 स्कूल ऐसे हैं जहां पर केवल एक ही शिक्षक है और 455 स्कूल ऐसे हैं, जहां दूसरे स्कूलों से डेपुटेशन के आधार पर शिक्षक तैनात किए गए हैं। भविष्य में सरकार युक्तिकरण के माध्यम से शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा।