काला बाग़ में बनेगा बेस कैंप
कार्यक्रम में लगभग 50 हजार श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना।
कार्यक्रम के दौरान प्लास्टिक सामग्री पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध।
शिमला। उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आज यहाँ रोजना हॉल में चूड़ेश्वर मंदिर समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में 11 अक्टूबर, 2024 को आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा एवं शांत महायज्ञ कार्यक्रम के आयोजन बारे विस्तृत चर्चा एवं विचार विमर्श किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि कार्यक्रम को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए हम सभी को आज से समन्वय स्थापित कर कार्य करने की आवश्यकता है ताकि आयोजन का सफल समापन हो सके और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा एवं शांत महायज्ञ कार्यक्रम में जिला शिमला, सिरमौर एवं सोलन के साथ उत्तराखंड राज्य से लगभग 50 हजार श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है। इस तर्ज पर हमे उनके रहने सहने तथा खाने पिने के इंतज़ाम करने की आवश्यकता है।
कुरड़ लगाकर संपन्न होगा मंदिर निर्माण कार्य
उपायुक्त ने कहा कि 11 अक्टूबर, 2024 को आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा एवं शांत महायज्ञ कार्यक्रम के दौरान मंदिर में कुरड़ लगायी जाएगी जिसके साथ ही मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण होगा। उन्होंगे कहा कि कार्यक्रम में जिला सिरमौर, सोलन एवं शिमला से विभिन्न देवता भी अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।
काला बाग़ में श्रद्धालुओं के लिए बनेगा बेस कैंप
अनुपम कश्यप ने कहा कि जिला शिमला के सराहां तथा तराहां वाले रास्ते से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने पीने एवं टेंट की व्यवस्था काला बाग में की जाएगी, जो मुख्य मंदिर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर सिरमौर के नौहराधार से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी व्यवस्था की जाएगी , जिसके लिए जल्द ही जिला प्रशासन सिरमौर के साथ बैठक का आयोजन किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार हम सभी को कार्य करने की आवश्यकता है ताकि सफल कार्यक्रम का आयोजन पूर्ण हो सके
उपमंडलाधिकारी चौपाल को एक सप्ताह के भीतर आकलन करने के दिए निर्देश
उपायुक्त ने उपमंडलाधिकारी चौपाल को कार्यक्रम के आयोजन से सम्बंधित सारी व्यवस्थाओं का पूर्व आकलन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के आयोजन से संबंधित अगली बैठक चौपाल में इसी माह के अंत तक आयोजित की जाएगी जिसमे जिला सोलन, सिरमौर के प्रशासन को भी बुलाया जाएगा ताकि कार्यक्रम की एक विस्तृत रूपरेखा तैयार की जा सके।
कार्यक्रम के दौरान प्लास्टिक सामग्री पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध।
जिला उपायुक्त ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान प्लास्टिक सामग्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेंगे, जिसमे पानी की बोतल साथ प्लास्टिक की अन्य सामग्री शामिल है।
उपायुक्त ने सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को कार्यक्रम के दौरान निरंतर जल आपूर्ति के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के साथ ही जल शक्ति विभाग का 5 लाख लीटर का टैंक बना हुआ है जिसमे थोड़ी बहुत मुररंमत करने की आवश्यकत है। उन्होंने कहा कि पानी के टैंक की मरम्मत की जाएगी ताकि कार्यक्रम के लिए पानी की उचित व्यवस्था हो सके। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्थानों पर स्थापित होने वाले बेस कैंप में भी पानी की उचित व्यवस्था की जाएगी, साथ ही साथ रस्ते में भी विभिन्न स्थानों पर नलके से पानी की व्यवस्था की जाएगी।
ट्रैफिक व्यवस्था के लिए उठाये जायेंगे उचित कदम : एसपी शिमला
पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गाँधी ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु रूप से चलने के लिए उचित व्यवस्था की जाएँगी ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों को क्षेत्र की जिओमैप्पिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमें इस दौरान के लिए मूलभूत व्यवस्था पर कार्य करने की आवश्यकता है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव रजनीश किमटा, अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था अजित भारद्वाज, चूड़ेश्वर सेवा समिति के अध्यक्ष बी एन नांटा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।