
शिमला. स्कूल बच्चों के लर्निंग लेवल का मूल्यांकन करने के लिए हिमाचल में परख सर्वेक्षण-2024 नवंबर माह में होने जा रहा है। सर्वेक्षण को लेकर समग्र शिक्षा निदेशालय, उच्च शिक्षा निदेशालय और प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सर्वेक्षण की तैयारियों को लेकर बुधवार को एक कार्यशाला सीनियर सैकेंडरी लालपानी स्कूल में आयोजित की गई।
इस कार्यशाला में अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा हरीश कुमार, अतिरिक्त निदेशक प्रारंभिक शिक्षा बीआर शर्मा बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। इस कार्यशाला में शिमला और किन्नौर जिला के उप निदेशक उच्च शिक्षा और उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा, दोनों जिलों के डीपीओ के अलावा बीपीईओ, बीईओ के अलावा विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य, सीएचटी और अन्य शिक्षक शामिल हुए।
अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा हरीश कुमार और अतिरिक्त निदेशक प्रारंभिक शिक्षा बीआर शर्मा ने कार्यशाला में आए अधिकारियों और शिक्षकों से परख सर्वेक्षण-2024 को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परख सर्वेक्षण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। सरकार के इस बारे में साफ आदेश है कि इस सर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी स्कूल प्रमुखों से कहा कि वे अपने स्कूलों में जीरो ऑवर (Zero Hour) लगाना सुनिश्चित करें, जिसमें बच्चों की सर्वेक्षण के लिए तैयारियां की जाएंगी। इससे हिमाचल का सर्वेक्षण में रैंक सुधरेगा। बैठक में इसको लेकर बीईओ लेवल पर भी स्कूली शिक्षकों की बैठक कराने को कहा गया, जिसमें इसकी तैयारियों की समीक्षा की जाए।
उल्लेखनीय है कि साल 2021 में कराए गए एनएएस (नेशनल अचीवमेंट सर्वे) में हिमाचल का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। अब फिर से यह सर्वे होने जा रहा है। यह सर्वे कक्षा ग्रेड तीन छह और नौ के लिए कराया जाना है। इस सर्वे से पहले हिमाचल के स्कूलों में स्लेस ( स्टेट लेवल अचीवमेंट सर्वे) भी कराया गया था, जिससे कि बच्चों के सीखने के स्तर का आंकलन किया जा सके। यही वजह है कि प्रदेश सरकार परख सर्वेक्षण-2024 को लेकर बेहद गंभीर है। इसके बाद स्कूलों में बच्चों को इसके लिए तैयार कराया जा रहा है।