करसोग। मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना, पोषण अभियान व बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत देई कार्यक्रम पर की गई चर्चा
बाल विकास परियोजना के अन्तर्गत करसोग में सितंबर माह में चलाए जाने वाले पोषण अभियान और परियोजना के तहत कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के लिए बैठक का आयोजन उपमंडलाधिकारी नागरिक करसोग नेहा नेगी की अध्यक्षता में किया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना, पोषण अभियान व मंडी जिला में चलाए जा रहे देई कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए एसडीएम ने संबंधित विभागों को योजनाओं को धरातल पर उतारने और पात्र लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए।
एसडीएम ने कहा कि पोषण अभियान को सही मायने में सफल बनाने के लिए हमें व्यक्तिगत रूप से आगे आना चाहिए। उन्होंने बच्चों को अनीमिया से बचाने और उन्हें कुपोषण मुक्त बनाने के लिए सभी की व्यक्तिगत भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान को सफल बनाने के लिए आंगनबाड़ी, खंड व वृत स्तर पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए।
एसडीएम ने आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण, उनके मरम्मत कार्य, आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों में अभी तक पेयजल कनेक्शन उपलब्ध नहीं है उन केंद्रों में शीघ्र पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई जाए।
इस मौके पर एसडीएम ने एक बूटा, मां के नाम कार्यक्रम के तहत कार्यालय परिसर में देवदार का पौधा रोप कर पर्यावरण को बचाने का संदेश भी दिया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी करसोग विपाशा भाटिया ने पोषण अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 से पोषण अभियान चलाया जा रहा है। इस वर्ष सितंबर माह को सातवें राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पोषण माह के अंतर्गत विभिन्न विभागों के सहयोग से अनीमिया पर जागरूकता, शारीरिक विकास मापन, सही पूरक आहार, प्रारंभिक बाल विकास, टेक्नोलाॅजी आधारित पारदर्शिता व पर्यावरण संरक्षण आदि विषयों पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी।
उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जिला प्रशासन मंडी द्वारा शुरू किए गए देई कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बेटियों के घटते लिंगानुपात और उनकी शिक्षा के स्तर में सुधार लाने हेतू यह जिला प्रशासन मंडी की एक पहल है। उन्होंने कहा कि देई पहल को सफल बनाने हेतू इसमें विभिन्न विभागों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के संबंध में बताया की इस योजना के सफल कार्यान्वयन हेतू उपमंडल स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में विभिन्न विभागों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा की कमेटी में शामिल किए गए विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों के माध्यम से सर्वेक्षण में चिन्हित अनाथ बच्चों व पात्र लाभार्थियों के दस्तावेज तैयार करने का कार्य भी किया जाएगा ताकि उनको इस योजना का लाभ मिल सके।
इस अवसर पर तहसील कल्याण अधिकारी भोपाल शर्मा, प्रधानाचार्य वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करसोग के प्रधानाचार्य किशोरी लाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।