शिमला । राजधानी शिमला के मुख्य प्रतिबंधित सडक़ मार्ग पर रिज व मालरोड़ पर सामान्य यात्रियों की तरह एबुलैंस में अस्पताल व अन्य जगह ले जा रहे एबुंलैंस चालकों व आरटीओ शिमला अनिल शर्मा ने कड़ी कार्रवाई की। बुधवार को सुबह ही आरटीओ शिमला की टीम ने रिज पर नाका लगाया और रिज व मालरोड़ से आईजीएमसी व रिपन अस्पताल से आने वाली एंबुलैंस की जांच की। इस दौरान आरटीओ ने जांच में पाया कि एंबुलैंस चालक रिज व मालरोड़ प्रतिबंधित मार्ग से होते हुए ऐसे मरीजों को भी ले जा रहे हैं जो अधिक गंभीर नहीं है और रूटीन चैकअप के लिए अस्पताल जा रहे हैं। इस दौरान टीम ने 14 एंबुलैंस की जांच की। जिसमें 7 एंबुलैंस में तो गंभीर रूप बीमार मरीजों को इंमरजैंसी में ले जा रहा था। लेकिन 7 एंबुलैंस में सामान्य व्यक्ति को अस्पताल ले जाया जा रहा था जोकि रूटीन चैकअप के लिए अस्पताल जा रहे थे। ऐसे में आरटीओ शिमला ने मौके पर चालान किए और एंबुलैंस चालकों को चेतावनी जारी की।उन्होंने चेतावनी जारी की रिज व मालरोड़ जैसे प्रतिबंधित मार्ग पर एंबुलैंस चालक सिर्फ गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए प्रयोग करें ताकि वह जल्द से जल्द अस्पताल पहुंच सकें। लेकिन यदि रूटीन जांच के लिए प्रतिबंधित मार्ग का प्रयोग न किया जाए। वहीं आरटीओ शिमला ने चेताया कि यदि फिर से एंबुलैंस चालक इस तरह नियमों की अवेहलना करते हुए पाए तो सख्त कार्रवाई होगी।