ऊना। जिला परिषद ऊना की त्रैमासिक बैठक वीरवार को जिला परिषद के सभागार में जिला परिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस दौरान एडीसी ऊना महेंद्र पाल गुर्जर भी उपस्थित रहे। बैठक में सदस्यों द्वारा अपने-अपने जिला परिषद क्षेत्र से सम्बन्धित विभिन्न समस्याएं संबंधित कार्यालयाध्यक्षों के समक्ष रखी। बैठक में 1 जुलाई से 31 अक्तूबर तक किए गए कार्यों के आय व्यय का अनुमोदन, 15वें वित्तायोग के तहत वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना और मनरेगा की अनुपूरक कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया।
बैठक में जिप सदस्य गगरेट सुशील कालिया ने लोगों द्वारा पुराने घरों को तोड़कर निकलने वाले अपशिष्ट कंक्रीट को खड्डों व नालों में फेंके जाने पर नदी-नालों के वहाब में आने वाली रूकावट का मुद्दा उठाया। इस पर कार्यकारी अधिकारी ने प्रशासन के पास लिखित में शिकायत सौंपने के निर्देश दिए ताकि ऐसे करने वाले लोगों के विरूद्ध आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकारण अधिनियम के तहत नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जा सके। इसके अतिरिक्त सदस्य सुशील कालिया द्वारा गांवों में सहकारी सभाओं में खाद के साथ-साथ बीज की भी आपूर्ति की जाए ताकि कर्मचारियों की कमी की समस्या न बने।
एडीसी ने मुबारिकपुर से कलरूही तक के शेष बचे एक किलोमीटर के रास्ते पर माता श्री चिंतपूर्णी ट्रस्ट के माध्यम से सोलर लाइटस स्थापित करने के निर्देश दिए।
जिप सदस्य कमल सैणी ने कहा कि टाहलीवाल-बाथू-बाथड़ी औद्योगिक क्षेत्र में ऑवरलोड गाड़ियों और बढ़ती टैªफिक के चलते स्थानीय लोगों और स्कूली बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कार्यकारी अधिकारी महेंद्र पाल गुर्जर ने संबंधित अधिकारियों को बड़ी गाड़ियों की समयसारणी तय करने के निर्देश दिए ताकि स्कूली बच्चों, औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत लोगों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। कमल सैणी द्वारा रिवरबैड पर स्थापित क्रेशरों द्वारा मानदंडों के अनुरूप खुदाई न करने के लिए खनन विभाग से कार्यवाही करने की मांग भी की। उन्होंने हरोली में पंजाब के लोगों को नशा मुक्ति केन्द्र खोलने की स्वीकृति न देने तथा संचालित किए जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों का नियमित तौर पर जांच करने की मांग की। जिस पर एडीसी ने संबंधित अधिकारियों को जिला में संचालित किए जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों का हर छः माह में निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा द्वारा अपने क्षेत्र के अन्तर्गत विभिन्न मार्गों पर दूरसंचार कम्पनी द्वारा केवल बिछाने के लिए की गई खुदाई के दौरान सड़कों को पहुंची क्षति को ठीक न करने का मामला उठाया। इसके अलावा अपने जिला परिषद् क्षेत्र के अधीन बंगाणा में अग्निशमन केन्द्र में एक छोटा वाहन उपलब्ध करवाने, थानाकलां पटवार सर्कल को राजस्व तहसील बंगाणा के अधीन करने और थानाकलां में भूमि के मूल्यांकन के कम करने के साथ-साथ डीहर चौंक व खड़ोह में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित बनाने की मांग की।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद् एवं एडीसी महेन्द्र पाल गुर्जर, डीएफओ सुशील राणा, एएसपी संजीव भाटिया, सीएमओ डॉ संजीव वर्मा सहित विभिन्न कार्यालयों से कार्यालयाध्यक्षों एवं उनके प्रतिनिधियों के साथ-साथ जिला के विभिन्न जिप सदस्यों ने भी भाग लिया।