कुल्लू। उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने बिहाली में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ तथा ‘ सुखाश्रय’ योजना के सभी लाभार्थियों से बातचीत की। बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए किया प्रेरित। उपायुक्त से बात कर बच्चे हुए प्रेरित एवं उत्साहित।
उन्होंने उनके साथ आई हुई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सुखाश्रय लाभार्थियों से समय समय पर उनके भविष्य के करियर के बारे में भी जानकारी देते रहने के निर्देश दिए।
उपायुक ने कहा कि सुखाश्रय योजना प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य अनाथ और निराश्रित बच्चों के जीवन को बेहतर बनाना है। इस योजना के तहत इन बच्चों को कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जिनमें 18 वर्ष की आयु तक प्रतिमाह 4 हज़ार की आर्थिक मदद, उच्च शिक्षा के लिए प्रतिमाह के अलावा 27 वर्ष तक पढ़ाई का सारा खर्च सरकार देगी, इसके पश्चात जो बच्चे अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, उन्हें भी सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। योजना के तहत अनाथ बच्चों को अपना घर बनाने के लिए जमीन और आर्थिक सहायता दी जाती है। पात्र अनाथ बच्चों की शादी के लिए सरकार द्वारा आर्थिक मदद दी जाती है।
उन्होंने नवजात बेटियों के माताओं को बधाई पत्र, 21 हजार की एफडी तथा बेबी किट भी वितरित किए। उन्होंने सुखाश्रय के बच्चों को भी भेंट प्रदान की। उन्होंने कहा कि वे बच्चों से भविष्य में भी वार्तालाप व मार्गदर्शन करते रहेंगे।
इस दौरान उपायुक्त ने बिहाली, तरेडा, सैंज में बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा , तथा राजकीय महाविद्याल सैंज के निर्माणधीन भवन का निरीक्षण भी किया।
उन्होंने सम्बंधित विभागों को इस कार्यों को तेजी के। साथ अमलीजामा पहनाने के निर्देश दिए।
कल्चरल वॉरियर ग्रुप ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर एक नाटिका का मंचन कर बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने का सन्देश दिया।
इस अवसर पर एसडीएम पंकज, पीओडीआरडीए जयवंती, पीओ आईसीडीएस पदम देव, एनएचपीसी के अखिलेश त्रिपाठी सहित विभिन्न अधिकारी तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।