ऊना। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था रक्कड़ द्वारा बचत भवन ऊना में उपायुक्त जतिन लाल की अध्यक्षता में 21 दिसम्बर को विश्व मेडिटेशन दिवस के रूप में मनाया गया। उपायुक्त ने बताया कि विश्व ध्यान दिवस लोगों के लिए अपने व्यस्त जीवन में विराम लेने, चिंतन करने और ध्यान को अपनाने का एक आदर्श अवसर है। यह दिन तनाव को कम करने, ध्यान केंद्रित करने और आंतरिक शांति को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डालता है। उपायुक्त ने बताया कि विश्व मेडिटेशन दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को मेडिटेशन के महत्व समझाना और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना है। मेडिटेशन एक शक्तिशाली अभ्यास है जिसे करने से मन और शरीर में बहुत सारे लाभ प्राप्त होते हैं। नियमित मेडिटेशन करने से एकाग्रता में सुधार होता है जिससे सोचने और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। मेडिटेशन से चिंता और नकारात्मक विचारों को रोकने में भी मदद मिलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्व ध्यान दिवस मनाया जा रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 दिसंबर 2024 को विश्व मेडिटेशन दिवस के रूप में नामित करके समकालीन जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए ध्यान की क्षमता को मान्यता दी है।
इस अवसर पर एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान, आर्ट ऑफ लिविंग संस्था से मिताली, स्वाति और सुरेंद्र शर्मा, सेवानिवृत डीएफओ हरजीत सिंह मनकोटिया सहित अन्य उपस्थित रहे।