शिमला। बल्क ड्रग पार्क की राज्य कार्यान्वयन एजेंसी की उच्चाधिकार प्राप्त समिति की आज यहां आयोजित पांचवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बल्क ड्रग पार्क के लिए सभी विभागों से प्राथमिकता के आधार पर कार्य में तेजी लाने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क के लिए 50 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है और राज्य सरकार इस पार्क को समयबद्ध तरीके से निष्पादित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी), स्टीम जेनरेशन और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के निर्माण, संचालन और रखरखाव को इंजीनियरिंग खरीद और निर्माण मॉडल पर एकल बोली में एक साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने परियोजना प्रबंधन परामर्श फर्म को इन तकनीकी उपयोगिताओं के संचालन और रखरखाव के मापदंड तैयार करने के भी निर्देश दिए।
उद्योग मंत्री ने बल्क ड्रग पार्क के विशेषज्ञों का एक सलाहकार पैनल गठित करने के भी निर्देश दिए, ताकि पार्क के निर्माण में उनकी भूमिका को नजरअंदाज न किया जा सके। उन्होंने निविदा दस्तावेजों की तकनीकी बोली की जांच के लिए मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग, हमीरपुर क्षेत्र की अध्यक्षता में एक तकनीकी समिति गठित करने के निर्देश दिए।
हर्षवर्द्धन चौहान ने उच्चाधिकार प्राप्त समिति की चौथी बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णयों पर की गई कार्यवाही की भी समीक्षा की। समिति ने बल्क ड्रग पार्क के प्रथम चरण में साइट विकास, चारदीवारी, आंतरिक सड़कों के लिए 460 करोड़ रुपये की लागत से निविदा जारी करने की अनुमति दी। 1400 एकड़ भूमि में से प्रथम चरण में 800 एकड़ भूमि विकसित की जाएगी।
इससे पहले, निदेशक उद्योग और बल्क ड्रग पार्क की राज्य कार्यान्वयन एजेंसी के एमडी-एवं-सीईओ डा. यूनुस ने बल्क ड्रग पार्क से संबंधित हाल के विकास को दर्शाते हुए एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग आरडी नजीम, एमडी एचपीएसआईडीसी राजेश्वर गोयल, अतिरिक्त सीईओ उद्योग तिलक राज शर्मा और विभिन्न विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।