नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 27-28 जनवरी 2025 तक ओमान की सफल यात्रा संपन्न की।
गोयल ने इस यात्रा के दौरान ओमान के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री महामहिम कैस बिन मोहम्मद अल युसूफ के साथ भारत-ओमान संयुक्त आयोग की बैठक (जेसीएम) के 11वें सत्र की सह-अध्यक्षता की। इस बैठक में व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सकारात्मक चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मंत्री कैस बिन मोहम्मद अल युसूफ के साथ एक सकारात्मक द्विपक्षीय बैठक की। इसके दौरान उन्होंने भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए ठोस कदमों की पहचान की।
दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय भारत-ओमान व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर भी विचार-विमर्श किया, जिस पर बातचीत अभी अंतिम दौर में है। दोनों मंत्रियों ने इस समझौते पर जल्द हस्ताक्षर करने के लिए चर्चाओं में तेजी लाने पर सहमति जताई, जो द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में एक नया मील का पत्थर साबित होगा और इसमें दोतरफा व्यापार और निवेश को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने की क्षमता है।
दोनों पक्षों ने इस दौरान भारत-ओमान दोहरे कराधान परिहार समझौते (डीटीएए) में संशोधन के लिए प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए, जिससे इसे सीमा पार कराधान पर अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जा सके, कर प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा सके और कर मामलों में अधिक सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके।
केन्द्रीय मंत्री श्री गोयल ने 28 जनवरी, 2025 को अंतर्राष्ट्रीय संबंध और सहयोग मामलों के उप प्रधान मंत्री और महामहिम के विशेष प्रतिनिधि महामहिम सैय्यद असद बिन तारिक अल सईद से मुलाकात की। महामहिम सैय्यद असद ने सितंबर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत में ओमानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था।
श्री गोयल ने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए वित्त मंत्री महामहिम सुल्तान बिन सलेम अल हब्सी और विशेष आर्थिक क्षेत्रों और मुक्त क्षेत्रों (ओपीएजेड) के सार्वजनिक प्राधिकरण के अध्यक्ष महामहिम अली बिन मसूद अल सुनैदी के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।
मंत्री महोदय ने भारत-ओमान संयुक्त व्यापार परिषद (जेबीसी) की बैठक में भाग लिया, जिसका आयोजन ओमान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ओसीसीआई) द्वारा किया गया था, जिसमें फिक्की के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी सहयोग और भागीदारी की थी। संयुक्त व्यापार परिषद की बैठक, जो परंपरागत रूप से भारत-ओमान संयुक्त आयोग की बैठक के दौरान आयोजित की जाती है, ने दोनों व्यापारिक समुदायों के बीच व्यापक चर्चाओं के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया और भारत और ओमान दोनों के निवेश अवसरों और प्रोत्साहनों के बारे में जानकारी प्रदान की।
श्री गोयल ने भारतीय दूतावास परिसर में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित एक बिजनेस राउंडटेबल में ओमान के चुनिंदा सीईओ और बिजनेस लीडर्स के समूह से मुलाकात की। इस बातचीत ने मंत्री श्री गोयल को ओमान के प्रमुख बिजनेस लीडर्स से सीधे जुड़ने का अवसर प्रदान किया, ताकि उन्हें भारत के अवसरों के बारे में बताया जा सके और द्विपक्षीय सहयोग के लिए उनके सुझाव मांगे जा सकें।
मंत्री श्री गोयल ने ओमान के रॉयल एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट में फ्यूचर लीडर्स प्रोग्राम को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने भारत की विकास गाथा पर प्रकाश डाला और नेतृत्व तथा बेहतर विश्व के निर्माण में इसकी भूमिका पर अपने विचार साझा किए।
वाणिज्य मंत्री श्री गोयल ने मस्कट में सुल्तान कबूस ग्रैंड मस्जिद का दौरा किया जो ओमान की सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत का प्रतीक है। वे आज शाम पुराने मस्कट में ऐतिहासिक शिव मंदिर में भी पूजा-अर्चना करेंगे, जो भारत और ओमान के बीच गहरे सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संबंधों को रेखांकित करता है।
श्री गोयल की सफल यात्रा ने भारत-ओमान संबंधों की मजबूत नींव को मजबूत किया तथा व्यापार और निवेश में सहयोग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया।