शिमला, 22 अप्रैल। शिमला नगर निगम के 34 वार्डों के दो मई को होने वाले चुनाव में सुक्खू सरकार के ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और शिमला शहर के कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा की साख दांव पर लग गई है।
नगर निगम के पिछले लगातार दो चुनाव से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा है। एक दशक से कांग्रेस नगर निगम की सत्ता से बाहर है। वर्ष 2017 में जहां भाजपा नगर निगम पर काबिज हुई थी, तो वर्ष 2012 में महापौर व उपमहापौर के लिए पहली बार हुए प्रत्यक्ष चुनावों में माकपा को जीत मिली थी।
चार माह पहले हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया था। मौजूदा कांग्रेस नेतृत्व वाली सुक्खू सरकार का यह पहला चुनाव है।
नगर निगम शिमला के 34 वार्ड तीन विधानसभा क्षेत्रों में आते हैं। इनमें शिमला शहरी, कसुम्पटी और शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। विस चुनाव में इन तीनों हल्कों में कांग्रेस को जीत मिली थी। शिमला शहरी से हरीश जनारथा विधायक हैं। कसुम्पटी से अनिरुद्ध सिंह और शिमला ग्रामीण से विक्रमादित्य सिंह कैबिनेट मंत्री हैं। शिमला शहरी में 18, कसुम्पटी में 12 और शिमला ग्रामीण में चार वार्ड आते हैं। हरीश जनारथा पहली बार विधायक बने हैं और उन पर 18 वार्डों में कांग्रेस की नैया पार लगाने का जिम्मेवारी है। अनिरुद्ध सिंह कभी चुनाव नहीं हारे हैं, लगातार तीन बार से विधानसभा के सदस्य हैं। प्रदेश सरकार में पंचायती एवं ग्रामीण जैसे महत्वपूर्ण विभाग की कमान उनके पास है।
पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सुपुत्र विक्रमादित्य सिंह लगातर दूसरी बार विधायक बने हैं। विक्रमादित्य सिंह को पीडब्ल्यूडी जैसे विभाग की जिम्मेदारी सौंपकर पार्टी ने उनका कद बढ़ाया है।
लिहाजा निगम चुनाव में जीत का दारोमदार न केवल इन दोनों मंत्रियों व विधायक हरीश जनारथा पर है, बल्कि चुनाव में इनकी भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। चुनाव परिणाम का आकलन इस आधार पर भी किया जाएगा, कि जिस नगर निगम से सरकार में दो-दो मंत्री हैं, वहां परिणाम सरकार और संगठन की अपेक्षा के मुताबिक मिला या नहीं।
34 में से दो वार्डों में कांग्रेस में बगावत
नगर निगम के दो वार्ड ऐसे हैं जहां कांग्रेस को बगावत का सामना करना पड़ रहा है। कृष्णा नगर वार्ड से पूर्व मेयर सोहन लाल निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह कांग्रेस की दूसरी बागी उम्मीदवार विकासनगर वार्ड से है। यहां से मंजुला ने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरकर कांग्रेस उम्मीदवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कृष्णा नगर वार्ड शिमला शहरी और विकासनगर वार्ड कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में शामिल है।
कांग्रेस ने सोमवार को बुलाई अहम बैठकें
नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने 24 अप्रैल सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में इलेक्शन कॉर्डिनेशन व चुनाव मैनेजमेंट कमेटी की बैठक होगी।
प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने बताया कि नगर निगम चुनाव के लिये कांग्रेस पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतर चुकी हैं। उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस शिमला नगर निगम चुनाव में अपनी जीत का परचम लहरायेगी।