शिमला । मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज अपने कार्यकाल का तीसरा बजट पेश किया। वित्त वर्ष 2025- 26 के लिए सुक्खू सरकार ने 58 हजार 514 करोड़ का बजट रखा है जिसमें हर वर्ग को साधने का प्रयास किया गया है। सरकार का स्वास्थ्य, शिक्षा, प्राकृतिक खेती, पर्यटन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती पर फोकस है जिसके लिए कई घोषणाएं मुख्यमंत्री ने बजट में की है हालांकि बजट को विपक्ष ने निराशाजनक करार दिया है और हिमाचल के इतिहास में पहली बार सबसे कम ग्रोथ और विकास पर कम पैसा खर्चने करने वाला बजट बताया है।
बजट पेश करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। आम आदमी के जीवन में बदलाव लाने और आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए सरकार काम कर रही है।पहले भाग में पशुपालकों का ध्यान रखा गया है और दूसरे भाग में खेती को ध्यान में रखा गया है। किसानों की आर्थिकी मज़बूत करने के लिए हल्दी का एमएसपी 90 रुपये प्रति किलो किया गया है। बागवानों के लिए भी सरकार ध्यान दे रही है। प्रदेश की 67 % भूमि है और इस वन भूमि को संरक्षित करने के लिए प्रावधान किया गया है । बजट में डेयरी उद्योग और पर्यटन को ध्यान में रखा गया है। ग्रीन हिमाचल बनाने के लिए सरकार पहले दिन से प्रयास कर रही है। बजट आने वाले समय में प्रदेश के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा जिससे प्रदेश आत्मनिर्भर बनेगा। शिक्षा में गुणवत्ता के लिए बदलाव की ज़रूरत है और प्रदेश इस बदलाव के दौर के गुजरते हुए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।