शिमला. हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में तैनात वोकेशनल अध्यापक अपनी मांगो को लेकर एक बार फिर से सड़को पर उतर आए हैं. कुछ समय पहले ही वोकेशनल अध्यापक अपने लिए स्थाई नीति बनाने की मांग को लेकर स्कूलों में पढ़ाई छोड़कर सड़को पर उतरे थे. तब शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के आश्वाशन पर उन्होंने अपना धरना खत्म कर दिया था. लेकिन अब मागें पुरी न माने पर वोकेशनल शिक्षक फिर से विधानसभा के नजदीक चौड़ा मैदान में धरने पर हैं.
वोकेशनल शिक्षक मोहन का कहना है सरकार की ओर से 29 तारीख तक वोकेशनल शिक्षकों के लिए कोई नीति बनाने का आश्वासन दिया गया था. सरकार ने इसके लिए एक सब कमेटी का गठन किया था और इसमें कुछ शिक्षकों को भी शामिल किया गया था. उन्होंने तीन राज्यों का दौरा किया और रिपोर्ट बनाई गई थी. वोकेशनल शिक्षकों ने आरोप लगाया कि 29 मार्च को प्रतिनिधियों के साथ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर हुई लेकीन मामले का हल निकालने की बाजय वहाँ अधिकारियों ने पॉलिसी में रोड़ा बनने का काम किया. अधिकारियों ने रिपोर्ट ठीक न होने का हवाला दिया. रिपोर्ट सकारात्मक बनाई गई थी रिपोर्ट में बताया गया था कि हरियाणा में सरकार व्यवसायिक शिक्षण अपने अधीन चला रही है. वहीं असम में पहला बैच सरकार के अधीन चल रहा है उसके बाद उन्होंने बी.टी.बी. मोड अपनाया इसके बावजूद सरकार ने फैसला उनके हक में नहीं किया.