करसोग। सात दिवसीय जिला स्तरीय नलवाड़ मेला करसोग के तीसरे दिन बाल विकास परियोजना करसोग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, देई 2.0 व बेटियों के सर्वांगीण विकास एवं सशक्तिकरण हेतु एक अनूठी पहल कार्यक्रम के अंतर्गत किशोरी मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एसडीएम करसोग गौरव महाजन ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
एसडीएम करसोग गौरव महाजन ने किशोरी मेला में मौजूद किशोरियों को करियर काउंसलिंग, फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर एसडीएम ने कहा कि जीवन में सफलता हासिल करने के लिए बच्चों का शिक्षित होना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी की अलग अलग रुचि हो सकती है कोई डॉक्टर तो, कोई टीचर बनना चाहता है। उन्होंने कहा कि सभी को अपनी रुचि के अनुसार अपने विषयों को चुनकर जी तोड़ मेहनत कर अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निरन्तर प्रयासरत रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें अपने शरीर को रोग मुक्त और स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए । हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे तभी अपने जीवन में निर्धारित किए गए लक्ष्यों को हासिल कर सकते है।
एसडीएम ने कहा कि सोशल मीडिया का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल तनाव और डिप्रेशन का कारण बन सकता है। उन्होंने शिविर में उपस्थित युवतियों से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखे।
उन्होंने कहा कि हमें अपने कल्चर, अपनी मिटी से जुड़े रहना है। अपनी संस्कृति से जुड़कर हम कामयाबी की ऊंचाइयों को छू सकते है। उन्होंने कहा कि भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सेविंग करना शुरु कर बेफिजूल खर्चों को बंद करके छोटी-छोटी बचत निधियों में निवेश कर सेविंग करनी चाहिए। ये जमापूंजी भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है।
इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी करसोग विपाशा भाटिया ने विभाग द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना, मुख्यमंत्री शगुन योजन, कन्यादान योजना, बेटी है अनमोल, विधवा पुनर्विवाह योजना सहित विभिन्न योजनाओं के बारे में किशोरियों को जानकारी प्रदान की
इस अवसर पर तहसील कल्याण अधिकारी करसोग भोपाल शर्मा सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं उपस्थित रही।