अस्पतालों में पर्ची बनाने के लिए शुल्क लगाने का तर्क हास्यास्पद : जय राम ठाकुर

शिमला। शिमला से जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की स्थिति बहुत हास्यास्पद हो गई है। जनता पर महंगाई का बोझ लादने के नाम पर सरकार जिस तरह के तर्क दे रही है वह और भी हास्यास्पद है। बसों का किराया₹5 से बढ़ाकर ₹10 करने के पीछे सरकार तर्क देती है की छुट्टे की समस्या की वजह से यह फैसला लिया गया है। अब अस्पतालों में इलाज करने के लिए पर्ची के नाम पर ₹10  की फीस को जायज ठहराने के लिए सरकार कह रही है कि लोग अपनी पर्ची खो देते हैं इसलिए₹10 का शुल्क लगाया गया है जिससे वह पर्चियां न खोएं। अपनी हर नाकामी को अजीबो गरीब तर्क देकर जायज़ ठहरने किया सिलसिला कब रुकेगा? आने वाले दिनों में सरकार अब योजना बना रही है कि किसी भी मरीज को 1 साल में एक बार ही नि:शुल्क जांच की जाएगी। इसके अलावा ओपीडी के पेशेंट को भी नि:शुल्क जांच के दायरे से बाहर रखने की  तैयारी सरकार कर रही है। अपने इस कृत्य को जायज़ ठहराने के लिए भी सरकार  कोई भी तर्क दे सकती है। आज प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की जो हालात है वह किसी से छिपी नहीं है। सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर झूठ बोलकर ही हर दिन प्रदेश के लोगों को बरगला रही है।

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