SHIMLA. हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार जिला चम्बा के दुर्गम क्षेत्र, पांगी में राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस का आयोजन किया जा रहा है। पांगी के मुख्यालय किलाड़ में 15 अप्रैल, 2025 के कार्यक्रम के लिए क्षेत्र भर में उत्साह एवं उत्सवी माहौल नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा इस जनजातीय क्षेत्र में 78वें हिमाचल दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को आयोजित करने के निर्णय की सराहना करते हुए इस पहल का तहेदिल से स्वागत किया है।
ग्राम पंचायत, किलाड़-1 के प्रधान श्री सतीश ने मुख्यमंत्री के इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि पूर्व में पांगी क्षेत्र में कभी भी इतने विशाल स्तर का कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पांगी के लोग मुख्यमंत्री के गर्मजोशी से स्वागत के लिए तत्पर हैं, प्रशासन भी कार्यक्रम की तैयारियों में दिन-रात जुटा है।
ग्राम पंचायत, किरयूणी के प्रधान बलवीर ने कहा कि मुख्यमंत्री जनजातीय क्षेत्रों की ओर विशेष ध्यान दे रहे हैं तथा लगातार इन क्षेत्रों का दौरा भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में मुख्यमंत्री के नियमित दौरों के सम्बंध में विभिन्न माध्यमों से सूचनाएं मिलती रहती हैं जोकि उनके जनजातीय एवं दुर्गम क्षेत्रों के प्रति विशेष लगाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इस दौरे से पांगी के विकास सम्बंधी आवश्यकताओं के प्रति ध्यान आकर्षित होगा और उनकी पंचायत के लोग मुख्यमंत्री के भव्य स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं।
स्थानीय निवासी शिव कुमार ने जनजातीय कल्याण के लिए मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस दौरे से स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री क्षेत्रवासियों की चुनौतियों के प्रति गहरी समझ रखते हैं और समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में जनजातीय समुदायों के हित में मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए निर्णय सराहनीय हैं तथा उम्मीद व्यक्त की कि भविष्य में भी मुख्यमंत्री क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित कर उनकी आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करेंगे।
प्रदेश में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू जनजातीय क्षेत्रों के कल्याण के प्रति गहरी रूचि एवं समर्पण से कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2023 में हिमाचल दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम जिला लाहौल-स्पिति के काजा में आयोजित किया गया था, जहां पर मुख्यमंत्री में स्थानीय संस्कृति एवं विकास सम्बंधी मुद्दों के प्रति गहरी रूचि व्यक्त की थी।