SHIMLA. ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च में शुक्रवार को गुड फ्राइडे के अवसर पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। दोपहर 12 बजे शुरू हुई इस सभा में शहर और आसपास के इलाकों से सैकड़ों की संख्या में ईसाई समुदाय के लोग जुटे। प्रार्थना सभा में प्रभु ईसा मसीह के बलिदान को याद किया गया और विश्व शांति व मानव कल्याण के लिए दुआ मांगी गई।
सभा की अगुवाई कर रहीं महिला पादरी विनीता रॉय ने ईसा मसीह के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “गुड फ्राइडे का दिन उस महान बलिदान की याद दिलाता है जब प्रभु यीशु ने मानवता के कल्याण के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। आज की सभा में हम उन्हीं शिक्षाओं को दोहराते हैं—प्रेम, क्षमा और सेवा।”
सभा के दौरान बाइबल के विभिन्न अंशों का पाठ किया गया और उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रभु के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी गई। चर्च के अंदर एक भावुक माहौल था, जहां लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर प्रभु के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रार्थना सभा दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चली, जिसे प्रभु यीशु के क्रूस पर चढ़ने और उनके अंतिम क्षणों की स्मृति के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान चर्च परिसर में शांति और संयम का वातावरण देखने को मिला।
स्थानीय नागरिक थॉमस ने कहा, “हर साल हम इस दिन प्रभु के बलिदान को याद करते हैं। उनकी शिक्षाएँ आज के समय में और भी ज्यादा प्रासंगिक हो गई हैं।”
क्राइस्ट चर्च, जो कि शिमला की ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल है, गुड फ्राइडे जैसे पावन अवसरों पर एक आध्यात्मिक केंद्र बन जाता है। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक श्रद्धा को मजबूती दी, बल्कि लोगों को सकारात्मक सोच और परोपकार की राह पर चलने का संदेश भी दिया।