शिमला नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का फैसला 15 को, दौड़ में नौ पार्षद

शिमला, 11 मई। शिमला नगर निगम के नए मेयर व डिप्टी मेयर के लिए शहरवासियों को तीन दिन का इंतज़ार करना पड़ेगा। 15 मई को शिमला नगर निगम को नया मेयर व डिप्टी मेयर मिल जाएगा।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को शिमला में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कहा कि मेयर और डिप्टी मेयर को लेकर 14 मई को बैठक रखी गई है। 15 मई को शिमला के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा और नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री सुक्खू छह दिन बाद शिमला लौटे हैं। पांच मई को वह कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार में गए थे। बाद में उन्होंने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भेंट की।

कई वरिष्ठ पार्षद मेयर व डिप्टी मेयर की दौड़ में चल रहे हैं। जानकारी अनुसार नौ पार्षद मेयर की दौड़ में शामिल हैं। इनमें छोटा शिमला से पार्षद सुरेंद्र चौहान, टूटीकंडी से उमा कौशल, सांगटी से कुलदीप ठाकुर, भट्टाकुफर से नरेंद्र ठाकुर, रामबाज़ार से सुषमा कुठियाला, नाभा से सिमी नन्दा, विकासनगर से रचना भारद्वाज, कैथू से कांता स्याल और कनलोग से आलोक पठानिया दावेदार हैं। इनमें ज्यादातर दो व तीन मर्तबा पार्षद रह चुके हैं। दावेदार पार्षद विधायकों, मंत्रियों से लेकर पार्टी पदाधिकारियों के दरबार में हाजिरी लगाकर लॉबिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू के गृह वार्ड छोटा शिमला के पार्षद सुरेंद्र चौहान मेयर बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। उन्हें सुक्खू का करीबी माना जाता है। पुरुष पार्षद के मेयर बनने की सूरत में डिप्टी मेयर पर महिला पार्षद को बिठाया जा सकता है।

कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण है मेयर व डिप्टी मेयर का चयन

मेयर व डिप्टी मेयर के चयन में कांग्रेस के समक्ष बड़ी चुनौती है। नगर निगम में इस बार 21 महिलाएं पार्षद निर्वाचित हुई हैं। कांग्रेस की कई महिला पार्षद इन पदों के लिए दावा ठोक रही हैं। ऐसे में महिलाओं का दावा दरकिनार करना आसान नहीं होगा।

इसके अलावा कांग्रेस को इन पदों के चयन में क्षेत्रीय संतुलन को भी साधना होगा। दरअसल शिमला नगर निगम के 34 वार्डों में तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं। शिमला शहरी हल्के से सर्वाधिक 18 वार्ड हैं। जबकि कसुम्पटी हल्के से 12 और शिमला ग्रामीण में चार वार्ड आते हैं। कांग्रेस को शिमला शहरी में 13, कसुम्पटी में सात और शिमला ग्रामीण में सभी चार वार्डों पर जीत मिली है। शिमला शहर को एक पद मिलने की सूरत में कसुम्पटी या शिमला ग्रामीण को एक पद दिया जाना जरूरी हो जाएगा।

बता दें कि शिमला नगर निगम के 34 वार्डों में दो मई को करीब 58 फीसदी मतदान हुआ था। चार मई को आये चुनाव परिणाम में कांग्रेस ने सर्वाधिक 24 सीटें जीतीं। भाजपा को नौ सीटें मिलीं जबकि माकपा की झोली में एक सीट गई है। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया।

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