झाकड़ी। सीआईएसएफ इकाई, एसजेवीएन झाकड़ी द्वारा सोमवार को 1500 मेगावाट नाथपा-झाकड़ी जल विद्युत परियोजना के पावर हाउस में ‘भारी भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदा’ विषय पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास सुबह 11:00 बजे शुरू होकर दोपहर 12:09 बजे तक चला, जिसमें विभिन्न आपदा प्रबंधन एजेंसियों और प्रशासनिक इकाइयों ने भाग लिया।
मॉक ड्रिल का आयोजन सीआईएसएफ के सहायक कमाण्डेंट अमरेंद्र कुमार (इंसीडेंट कमाण्डर) के नेतृत्व में किया गया। इसमें सीआईएसएफ, एनडीआरएफ, राज्य पुलिस, हिमाचल फायर सर्विस, एसजेवीएन प्रबंधन व सुरक्षा विभाग, प्रोजेक्ट हॉस्पिटल झाकड़ी सहित कई विभागों ने भाग लिया। सभी एजेंसियों ने पावर हाउस टनल में आपात स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए राहत और बचाव कार्यों का रिहर्सल किया।
इस मॉक अभ्यास में भूस्खलन से टनल के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति को दर्शाते हुए घायलों को सीपीआर और प्राथमिक उपचार देकर एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाने का अभ्यास किया गया। रेस्क्यू टीमों ने अपने उपकरणों और प्रक्रियाओं का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर एसजेवीएन परियोजना प्रमुख आशुतोष बहुगुणा, सीआईएसएफ इकाई प्रभारी उप कमाण्डेंट कौशलेन्द्र सिंह, पावर हाउस जीएम राजीव कपूर, सुरक्षा प्रमुख सोनी कुमार, प्रोजेक्ट हॉस्पिटल प्रमुख रूपेश पारपे, नायब तहसीलदार रामपुर सुरेश नेगी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
परियोजना प्रमुख और सीआईएसएफ इकाई प्रभारी ने सभी प्रतिभागी टीमों के समन्वय और तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी मॉक ड्रिल्स आपदा प्रबंधन की तैयारी को परखने और सुधारने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं।
इस आयोजन से यह संदेश गया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी संबंधित एजेंसियां एकजुट होकर तत्पर और तैयार हैं।