शिमला, 21 मई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी की नीतियों के कारण समाज में सकारात्मक बदलाव आया है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए राजीव गांधी के योगदान व प्रतिबद्धता और पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाले संवैधानिक संशोधन का उल्लेख भी किया।
सुक्खू ने रविवार को राजीव गांधी की 33वीं पुण्यतिथि पर शिमला के गेयटी थियेटर में ‘राजीव गांधी-21वीं सदी के दूरदर्शी’ प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने छात्र दिनों को याद करते हुए कहा कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एन.एस.यू.आई.) के माध्यम से राजीव गांधी के साथ अपने जुड़ाव का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के सहयोग से ही वे एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल के दौरान एनएसयूआई के एक प्रतिनिधिमंडल की मांग पर युवाओं को 18 वर्ष की आयु में मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ। यह राजीव गांधी के प्रधानमंत्री के रूप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।
सुक्खू ने कहा कि कंप्यूटर क्रांति और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में देश को अग्रणी बनाने के लिए राजीव गांधी के योगदान और उनका दृष्टिकोण भी स्मरणीय है। उन्होंने कहा कि हाल के हुए चुनावों में बड़ी संख्या में महिलाएं निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने कहा कि 30 वर्षों के बाद पंचायती राज संस्थाओं में लगभग 58 प्रतिशत सीटें महिला उम्मीदवारों ने जीती हैं, जबकि शिमला नगर निगम चुनाव में 34 में से 21 महिलाएं निर्वाचित हुई हैं।
उन्होंने सभी से राजीव गांधी के जीवन और समाज में उनके योगदान से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन राजीव गांधी के योगदान और भारत की प्रगति के लिए उनके दृष्टिकोण को याद करने का अवसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी एक विलक्षण व इतिहास में महत्वपूर्ण छाप छोड़ने वाले व्यक्तित्व हैं। उन्होंने राजीव गांधी की विरासत के दस्तावेजीकरण और संरक्षण के महत्त्व पर बल दिया।