शिमला, 25 मई। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। मौसम के मिजाज से मई महीने में लोगों को जुलाई की तरह मानसून सीजन के अहसास हो रहा है। मैदानों से लेकर पहाड़ों तक तेज़ बारिश का दौर रहा, वहीं कुछ स्थानों पर तेज अंधड़ चला, जिससे बिजली की आपूर्ति बाधित हुई। इस दौरान उच्च पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं हल्का हिमपात भी हुआ। मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने की वजह से आया है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट आने से मौसम खुशनुमा हो गया है। भीषण गर्मी की मार झेल रहे प्रदेशवासियों को राहत मिली है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य भर में आगामी 29 मई तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान मैदानी एवं मध्यपर्वतीय इलाक़ों में गरज- चमक के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 8 से 10 डिग्री गिरा
राज्य में हो रही बारिश से भीषण गरम का प्रकोप कम हुआ है। पिछले दिनों जिन मैदानी इलाकों का पारा 40 डिग्री पार कर गया था, वहां अब पारा लुढ़ककर 30 डिग्री के करीब आ गया है। गुरुवार को ऊना में अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री, शिमला में 21.6 डिग्री, सुंदरनगर में 27.9 डिग्री, भुंतर में 27.2 डिग्री, कल्पा में 15.6, धर्मशाला में 24.5, नाहन में 27.1, मंडी में 28, केलंग में 13.7, बिलासपुर में 27, हमीरपुर में 28.9, चम्बा में 25.7, डल्हौजी में 17.3, जुब्बड़हट्टी में 23.8 और धौलाकुंआ में 32.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
बीते 24 घण्टों में धर्मपुर में 67, बजाई में 60, कुमारसेन व गग्गल में 55-55, ऊना, सलूणी व तीसा में 46-46, अर्की व खेरी में 45-45, सुंदरनगर, गुलेर व नारकंडा में 43-43, जुब्बड़हट्टी में 41, गोहर व पण्डोह में 40-40, सोलन में 39 और शिमला में 32 मिमी वर्षा हुई।
राजधानी शिमला में बीती रात भर रुक-रुक कर वर्षा होती रही। हालांकि आज गुरुवार को दोपहर तक धूप खिली रही दो बजे के करीब अचानक मौसम ने करवट बदली और तेज़ बारिश का दौर शुरू हुआ, जो लगभग एक घण्टे तक चला। इस दौरान यहां का मौसम हल्का सर्द हो गया।
19 सड़कें, 171 बिजली ट्रांसफार्मर ठप, चार घर क्षतिग्रस्त
बारिश-अंधड़ ने राज्य के कई हिस्सों में कहर बरपाया औऱ भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिससे परिवहन व बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई। राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार शाम तक राज्य में 19 सड़कें और 171 बिजली ट्रांसफार्मर ठप रहे। सिरमौर जिला में सबसे ज्यादा 126 ट्रांसफार्मर खराब हुए। चम्बा में 25 और कूल्लु में 20 ट्रांसफार्मर भी बंद रहे। इसके अलावा कांगड़ा में 3 पक्के और सिरमौर में एक कच्चा घर क्षतिग्रस्त हुआ है। चम्बा और सिरमौर में एक-एक पशुशाला भी ध्वस्त हुई है।