KARSOG. करसोग में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सौजन्य से अंतरराष्ट्रीय नशा निषेद दिवस के मौके पर नशा मुक्त अभियान के अन्तर्गत आईटीआई करसोग में नशे से बचाव, और इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में सहायक लोक संपर्क अधिकारी संजय सैनी मुख्यवक्ता रूप से उपस्थित हुए।
इस अवसर पर, उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा एक ऐसी सामाजिक बुराई है, जिसका प्रभाव न केवल, इसका सेवन करने वाले व्यक्ति विशेष के स्वास्थ्य पर होता है बल्कि यह युवाओं को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से भी बर्बाद करता है। नशे का सेवन करने वाले व्यक्ति का परिवार भी प्रभावित होता है। समाज में भी बिखराव पैदा कर विघटन की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाना चाहिए और उन्हें नशे जैसी बुराईयों दूर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज के युवा देश का भविष्य हैं और उन्हें इस प्रकार की विनाशकारी आदतों से बचाकर सही दिशा में प्रेरित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। जिसके लिए हम सभी को आगे आकर, इसमें अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि इसकी बुराई को समाप्त करने की शुरूआत हम सभी को अपने घर परिवार से करनी होगी, तभी इस पर विजय पाई जा सकती है।
तहसील कल्याण अधिकारी भोपाल शर्मा ने इस मौके पर कहा कि नशा मुक्त अभियान के अन्तर्गत प्रदेश भर में नशा निवारण से सम्बंधित अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही है। जिसके अन्तर्गत ही करसोग में भी जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा इसी कड़ी में आज राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान करसोग में इस जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों को नशे जैसी बुराई से नाता तोड़ने और समाज से इस बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए एक जुट होकर लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को अपने जीवन में सफलता हासिल करने हेतू लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ना चाहिए और युवा जब अपने लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कड़ी मेहनत करेगा, तो नशे जैसी बुराई से स्वयं ही उसका ध्यान दूर हो जाएगा। इस अवसर पर छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में आईटीआई के विभिन्न अनुदेशक भी उपस्थित थे।