करसोग। जहां एक ओर करसोग क्षेत्र में हालिया प्राकृतिक आपदा के चलते प्रशासन और जल शक्ति विभाग दिन-रात पानी की आपूर्ति बहाल करने में जुटे हैं, वहीं कुछ असामाजिक तत्व इस संकट को “आपदा में अवसर” मानकर पाइप चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
आपदा से बर्बाद हुई जल आपूर्ति योजनाओं के तहत क्षतिग्रस्त पाइपें जगह-जगह बिछी हुई हैं, जिनमें से कई पाइपें मामूली मरम्मत के बाद दोबारा इस्तेमाल लायक हैं। लेकिन कुछ शरारती लोग इन पाइपों को चोरी कर घरों में जमा कर रहे हैं या फिर कबाड़ में बेचने के लिए काट रहे हैं।
ड्रोन से निगरानी, पुलिस में शिकायत
जल शक्ति विभाग ने अब इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ड्रोन के माध्यम से निगरानी शुरू कर दी है। साथ ही, अधिशासी अभियंता कार्यालय की ओर से करसोग पुलिस को एक शिकायत पत्र भेजा गया है जिसमें इन घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है।
पत्र में बताया गया है कि शंकरदेहरा, पुन्नी, इमला-बिमला खड्ड, चेहरा और परलोग जैसे क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पाइपों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर कबाड़ में बेचने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है।
इन स्थानों पर दर्ज की गई हैं चोरी की घटनाएं
शंकरदेहरा, पुल के पास खड्ड के किनारे
भंथल, शराब की दुकान के पास खड्ड के किनारे
सनारली, पुल के पास खड्ड के किनारे
अल्याड़ मंदिर के पास, खड्ड के किनारे
जोहर और कुट्टी, खड्ड के किनारे
इमला-बिमला खड्ड, श्मशानघाट के पास
जनता से अपील – सरकारी संपत्ति को न पहुंचाएं नुकसान
जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता कृष्ण कुमार शर्मा ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर कोई व्यक्ति विभाग की पाइपों को चोरी करता या घर ले जाता पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह समय सहयोग का है, न कि संकट में अवसर तलाशने का।