वन विभाग, हिमाचल प्रदेश द्वारा विश्व सर्प दिवस पर वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन, सर्प रेस्क्यू में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्टाफ को किया गया सम्मानित

शिमला। विश्व सर्प दिवस के अवसर पर आज हिमाचल प्रदेश वन विभाग द्वारा एक विशेष वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन बल प्रमुख) श्री समीर रस्तोगी ने की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्यभर में सर्प रेस्क्यू, पुनर्वास, संरक्षण तथा जन-जागरूकता कार्यों में सम्मिलित वन विभाग के कर्मचारियों को प्रोत्साहित करना और उनके अनुभव साझा करना था।

वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में शिमला स्थित वन मुख्यालय से विभिन्न वन वृत्तों के प्रतिनिधि जुड़े, जिनमें टुटीकंडी आरआरटी (रेपिड रिस्पॉन्स टीम), शिमला वन्य प्राणी प्रभाग, वन वृत्त नाहन, चंबा, हमीरपुर, धर्मशाला और मंडी प्रमुख रूप से शामिल रहे। इन सभी मंडलों के कर्मचारियों और अधिकारियों को सराहनीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर समीर रस्तोगी ने कहा, “यह वन विभाग के लिए गर्व की बात है कि हमारे फील्ड स्टाफ ने न केवल सर्पों को सुरक्षित रेस्क्यू कर उन्हें पुनर्वास केंद्रों तक पहुँचाया है, बल्कि समय-समय पर जनमानस को इसके प्रति जागरूक भी किया है।” उन्होंने हाल ही में डीजीपी निवास, पुलिस कॉलोनी शिमला में किए गए सर्प रेस्क्यू ऑपरेशन का विशेष रूप से उल्लेख किया।

कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधान मुख्य अरण्यपाल ने विभिन्न मंडलों से जुड़े वन रक्षकों, वन खंड अधिकारियों और वन परिक्षेत्र अधिकारियों से भी संवाद किया और उनके साहसिक अनुभवों को साझा करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर प्रधान मुख्य अरण्यपाल संजय सूद, अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल पुष्पेंद्र राणा, लालनुन सांगा समेत विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

वन विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम न केवल स्टाफ का मनोबल बढ़ाने वाला रहा, बल्कि भविष्य में वन्य जीव संरक्षण विशेषकर सर्पों के प्रति जनमानस में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ।

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