शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा एलएल.बी प्रथम वर्ष के नवप्रवेशी छात्रों के लिए आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम शुक्रवार को संपन्न हो गया। समापन सत्र के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के लोकायुक्त न्यायमूर्ति सी.बी. बारोवालिया रहे। अपने संबोधन में उन्होंने छात्रों को नैतिकता, ईमानदारी और संवैधानिक मूल्यों को जीवन में अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कानून केवल एक पेशा नहीं बल्कि समाज परिवर्तन का सशक्त माध्यम है, जिसे छात्रों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपनाना चाहिए।
यह इंडक्शन कार्यक्रम 4 अगस्त से 8 अगस्त 2025 तक आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों को विधि शिक्षा की शैक्षणिक, प्रशासनिक और व्यावसायिक पद्धतियों से परिचित कराना था। सप्ताह भर चले इस कार्यक्रम में छात्रों को कानूनी क्षेत्र से जुड़ी व्यावहारिक जानकारियां प्रदान की गईं।
इंडक्शन कार्यक्रम के पहले दिन हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के कुलपति एवं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के प्रति कुलपति प्रोफेसर राजिंदर वर्मा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को समर्पण, तर्कशीलता और व्यापक दृष्टिकोण के साथ कानून की पढ़ाई करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि कानून की पढ़ाई को केवल परीक्षा तक सीमित न रखें, बल्कि उसका गहन अध्ययन करें और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करें।
साथ ही छात्रों ने केंद्रीय पुस्तकालय और विधि पुस्तकालय का भ्रमण भी किया, जिसका नेतृत्व श्री रमेश्वर ठाकुर (सीनियर प्रोफेशनल असिस्टेंट) और श्री श्याम लाल (सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष) ने किया। इस भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को शोध संसाधनों और कानूनी पुस्तकों से परिचित कराना था।
अगले दिन छात्रों ने मानसिक स्वास्थ्य विषय एचपीयू के मनोविज्ञान विभाग से प्रो. एस.एन. घोष (सेवानिवृत्त) से तनाव प्रबंधन और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के गुर सीखे। इसके अतिरिक्त
प्लेसमेंट और करियर काउंसलिंग विषय पर विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट अधिकारी ने छात्रों को विधि क्षेत्र में उपलब्ध करियर विकल्पों की जानकारी दी।
6 अगस्त को अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. ममता मोक्टा ने छात्रों से संवाद करते हुए छात्र कल्याण, शिकायत निवारण, एंटी रैगिंग और यौन उत्पीड़न से संबंधित विषयों पर जानकारी दी। उन्होंने सुरक्षित और समावेशी परिसर की आवश्यकता पर बल दिया।
अगले दिन हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री पर्दीप वर्मा ने विधि व्यवसाय के क्षेत्र में अवसरों की जानकारी दी, जबकि पूर्व उप-एडवोकेट जनरल श्री नरेंद्र गुलेरिया ने अधिवक्ता कौशल पर सत्र लिया। उन्होंने छात्रों को प्रभावी बहस, वकालतनामा ड्राफ्टिंग और अदालतों में प्रस्तुतिकरण की बारीकियां बताईं।
इस इंडक्शन कार्यक्रम का सफल संचालन समन्वयक प्रो. शिव कुमार डोगरा एवं सह-समन्वयक प्रो. उमेश कुमार के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम समिति में डॉ. अभिषेक नेगी एवं डॉ. रमेश वर्मा सदस्य के रूप में सक्रिय रूप से जुड़े रहे। संपूर्ण कार्यक्रम में विधि संकाय के सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे और छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।