शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान आज गुरुवार को हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत सिंह परमार को भारत रत्न दिए जाने के संबंध में संकल्प सर्वसम्मति से पारित हो गया। इस संबंध में नाहन से विधायक अजय सोलंकी ने सदन में संकल्प चर्चा के लिए लाया गया जिसे सत्तापक्ष के साथ विपक्ष के सदस्यों ने एक मत से डॉ. परमार को भारत रत्न दिए जाने के संकल्प का समर्थन किया। अब हिमाचल प्रदेश विधानसभा से यह संकल्प केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।
नाहन से विधायक अजय सोलंकी ने कहा कि यशवंत सिंह परमार न सिर्फ़ राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे, बल्कि वे हिमाचल निर्माता भी हैं। डॉ. परमार की सोच की बदौलत ही हिमाचल अस्तित्व में आया और अब विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। ऐसे में डॉ. यशवंत सिंह परमार को भारत सरकार की ओर से भारत रत्न दिया जाना चाहिए। सभी हिमाचल प्रदेश के लोगों की भी यही भावना है।
वहीं विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि डॉ यशवंत सिंह परमार आज़ादी के बाद संविधान बनने तक कांस्टीट्यूट असेंबली के सदस्य रहे हैं यानी संविधान निर्माण में उनका भी योगदान रहा है और आजादी की लड़ाई और हिमाचल निर्माण में उनका योगदान रहा है ऐसे में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें भारत रत्न की उपाधि मिलनी चाहिए ऐसा संकल्प आज सदन में सर्वसहमति से पारित हुआ है।