करसोग। बच्चों व युवाओं को नशे से दूर रखने और उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने की दिशा में राज्य सरकार प्रभावी कदम उठा रही है। जिसके अन्तर्गत अब शिक्षण संस्थानों को स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले शिक्षण संस्थान के रूप में प्रमाणित करना होगा। राज्य सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से करसोग के सभी स्कूलों को स्वास्थ्य संवर्धन शैक्षणिक संस्थान योजना (हेल्थ प्रमोटिंग एजुकेशनल इंस्टीच्यूट स्कीम) को लागू करने के निर्देश जारी किए है।
खंड चिकित्सा अधिकारी करसोग डाॅ. गोपाल चैहान ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं को प्रभावी रूप से धरातल पर उतरने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, जिसमें जनभागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत करसोग के सभी शिक्षण संस्थानों को पत्र जारी कर 31 दिसंबर, 2025 तक तंबाकू मुक्त और 31 मार्च, 2026 तक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला शिक्षण संस्थान के रूप में स्ट्रीफाईड या प्रमाणित करने का आग्रह किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, और शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए यह योजना बनाई है। इस संबंध में सचिव स्वास्थ्य विभाग और सचिव शिक्षा विभाग द्वारा सयुंक्त नोटिफिकेशन जारी की गई है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत सभी शिक्षण संस्थाओं में स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों का आकलन किया जाएगा, जैसे कि बच्चों का खानपान, उनका चेकअप, शारीरिक गतिविधियां, मानसिक विकास, स्वास्थ्य संबंधी सामग्री, खेल, शिक्षा और शिक्षण संस्थानों में शिक्षा प्रदान करने का वातावरण देखा जाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए संस्थानों को 30 बिंदुओं या मानकों पर खरा उतरना होगा। उसके उपरांत संबंधित संस्थान की असेसमेट की जाएगी और शिक्षण संस्थान को हेल्थ प्रोमोटिंग सर्टिफाई यानि स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले संस्थान के रूप में प्रमाणित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना को लागू नहीं करने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है।
उन्होंने सभी शिक्षण संस्थानों, अधिकारियों कर्मचारियों, युवाओं और अभिभावकों, आमजन से बच्चों और युवाओं को स्वस्थ रखने, तंबाकू और अन्य नशीलें पदार्थो से बचाने में सहयोग करने का आग्रह किया है।