शिमला। करसोग की ग्राम पंचायत पांगणा के शाहल गांव में राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के उत्थान के लिए चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के विशेष प्रचार कार्यक्रम के अंतर्गत सरस्वती कला संगम बगशाड़ के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से यह जानकारी प्रदान की, ताकि अनुसूचित जाति वर्ग राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों से लाभान्वित हो सकें।
सरस्वती कला संगम बगशाड़ के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक, गीत-संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अनुसूचित जाति वर्ग के हित में चलाई जा रही स्वर्ण जयंती आश्रय योजना,अंतरजातीय विवाह पुरस्कार योजना, स्वरोजगार योजना, दलित वर्ग व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम योजना व शिक्षा ऋण योजना आदि की जानकारी दी गई।
कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक और गीत संगीत के माध्यम से लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के हिमाचल प्रदेश के स्थाई निवासियों को गृह निर्माण हेतू राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही लोगों को बताया कि अंतरजातीय विवाह करने पर सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है। कलाकारों ने लोगों को जागरूक करते हुए आह्वान किया कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ आवश्य उठाएं व अन्य लोगों को भी इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें।
कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने नशामुक्ति का संदेश देते हुए लोगों को नशे से बचाव और रोकथाम के उपायों से भी अवगत कराया।
इस अवसर पर सरस्वती कला संगम बगशाड़ के कलाकारों सहित पंचायत प्रतिनिधि और स्थानीय लोग उपस्थित रहे।