करसोग। खंड चिकित्सा अधिकारी करसोग डॉ. गोपाल चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस है। इस वर्ष मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय “सेवाओं तक पहुँच – आपदाओं और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य है” जो हमें याद दिलाता है कि मुश्किल हालातों में भी मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच कितनी जरूरी है। उन्होंने बताया कि सिर्फ मुश्किल समय में ही नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में भी हमें अपने मन का ख्याल रखना चाहिए।
उन्होंने ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य दिवस प्रतिवर्ष 10 अक्टूबर को, मानसिक स्वास्थ्य के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने और मानसिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों को समर्थन देने के लिए मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मिथकों को तोड़ना, लोगों को खुलकर इस विषय पर बात करने के लिए प्रोत्साहित करना और यह समझाना है कि मानसिक बीमारियाँ भी शारीरिक बीमारियों की तरह ही इलाज योग्य हैं।
बीएमओ ने बताया कि आधुनिक समय की भागदौड़ में मानसिक रोगों का होना स्वाभाविक है लेकिन इनसे बचा जा सकता है । उन्होंने बताया कि शांत रहने की कोशिश करें, अच्छी नींद लें, रात के समय मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा न करें, तनाव के समय अपना व्यवहार और स्थान बदलने की कोशिश करें , अकेले रहने से बचें, सादा भोजन और सादा जीवन तनाव कम करता है । उन्होंने बताया कि जरूरत महसूस हो तो काउन्सलर या डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि सरकार ने 2023 से 24×7 टेलीफोन हेल्पलाइन शुरू की है जहां 14416 नंबर पर कभी भी फोन करके अपनी और अपने परिजनों के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी और नशा छोड़ने की सलाह ले सकते हैं।
उन्होंने बताया कि करसोग अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य की काउंसलिंग हेतू दो काउंसलर उपलब्ध है जिसमें एक महिला और एक पुरुष है। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति मानसिक समस्या का सामना कर रहा है तो वह उचित परामर्श ले सकता है।