नशा मुक्त हिमाचल की दिशा में करसोग में कार्यशाला आयोजित तंबाकू नियंत्रण कानून के प्रभावी क्रियान्वयन पर बल

 

बिना लाइसेंस तंबाकू बेचने पर एक साल की जेल और ₹50 हजार जबकि खुली सिगरेट व बीड़ी बेचने पर ₹15 हजार तक का जुर्माने का प्रावधान

करसोग।राज्य सरकार के नशा मुक्त हिमाचल के संकल्प को साकार करने की दिशा में बीडीओ कार्यालय करसोग के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन युवाओं को तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों से बचाने के उद्देश्य को धरातल पर उतारने के लिए किया गया। खंड चिकित्सा अधिकारी करसोग डॉ. गोपाल चौहान की अध्यक्षता में आयोजित की गई इस कार्यशाला में विभिन्न पंचायतों के सचिवों और पुलिस विभाग के लगभग तीन दर्जन प्रतिभागियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने तंबाकू उत्पादों की बिक्री को लाइसेंस प्रणाली के अंतर्गत लाने का निर्णय लिया है, ताकि तंबाकू नियंत्रण अधिनियम को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। उन्होंने कहा कि अब बिना लाइसेंस तंबाकू बेचने पर एक वर्ष का कारावास या ₹50 हजार तक का जुर्माना, जबकि खुली सिगरेट और बीड़ी बेचने पर ₹15 हजार तक का जुर्माना निर्धारित है।

कार्यशाला में लाइसेंस आवेदन प्रक्रिया, लाइसेंस जारी करने की कार्यप्रणाली, तथा बिना लाइसेंस बिक्री करने वालों पर कार्रवाई की रूपरेखा पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
उन्होंने सभी तंबाकू विक्रेताओं से आग्रह किया कि वे एक माह के भीतर अपनी संबंधित पंचायत सचिव के माध्यम से लाइसेंस के लिए आवेदन करें और तंबाकू नियंत्रण कानूनों की अनुपालन का शपथ पत्र जमा करें।

उन्होंने कहा कि शपथ पत्र में शिक्षण संस्थानों से 100 गज की दूरी तक तंबाकू की बिक्री न करने, तंबाकू के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विज्ञापन न करने, बिना चेतावनी के तंबाकू उत्पाद न बेचने और खुली सिगरेट या बीड़ी की बिक्री से परहेज़ करने की शर्तें शामिल हैं।

कार्यशाला के दौरान प्रधान ग्राम पंचायत भडारणु दलीप शर्मा ने प्रेरणादायक पहल करते हुए तंबाकू त्यागने यह तम्बाकू का सेवन नहीं करने की भी घोषणा की, जिसका बैठक में उपस्थित समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया।

खंड चिकित्सा अधिकारी करसोग डॉ. गोपाल चौहान ने कहा कि कार्यशाला के दौरान भडारणु पंचायत द्वारा लिया गया यह संकल्प
समाज के लिए एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करता है और इस पहल से नशा मुक्त हिमाचल अभियान को नई दिशा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि
करसोग से शुरू हुई यह पहल पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणादायक मॉडल साबित होगी।
कार्यशाला में खंड विकास अधिकारी करसोग सुरेंद्र कुमार, नगर पंचायत अध्यक्षा सविता गुप्ता, पंचायत निरीक्षक, प्रधान ग्राम पंचायत भडारणु दलीप शर्मा, स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, तथा पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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