समग्र शिक्षा की ओर से शिक्षकों को खेल मूल्यों पर विशेष प्रशिक्षण,,यूनेस्को की एचपी फ्यूचर्स परियोजना के तहत 12 जिलों के 200 शिक्षकों को किया प्रशिक्षित

शिमला।  समग्र शिक्षा के तहत यूनेस्को और प्रदेश शिक्षा विभाग के सहयोग से एचपी फ्यूचर्स परियोजना के अंतर्गत “स्पोर्ट वैल्यूज़ इन एवरी क्लासरूम टूलकिट” पर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण 12 नवंबर को शिमला से आरंभ होकर आज कांगड़ा के धर्मशाला में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को खेल गतिविधियों के माध्यम से सम्मान, समानता, सहयोग, समावेशन और सहानुभूति जैसे मूल्यों को कक्षाओं में सहज रूप से एकीकृत करने के लिए तैयार करना था।

इस प्रशिक्षण में हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों के 56 पीएम श्री प्राथमिक विद्यालयों से चयनित कुल 200 शिक्षकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण चार बैच में आयोजित किया गया, जिनमें प्रत्येक बैच में 50 प्रतिभागी शामिल थे। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को अनुभवात्मक गतिविधियों के माध्यम से समानता, लिंग आधारित भूमिकाएं, भेदभाव और विविधता जैसे विषयों को गहराई से समझने का अवसर मिला। इन गतिविधियों ने शिक्षकों को यह सीखने में मदद की कि बच्चों के लिए ऐसा शिक्षण वातावरण कैसे तैयार किया जाए, जहां हर छात्र सुरक्षित, सम्मानित और प्रतिनिधित्व महसूस कर सके। इस कार्यक्रम में शिक्षकों के सुविधा-प्रद (facilitation) कौशल को मजबूत करने, विद्यार्थियों की निष्पक्ष भागीदारी सुनिश्चित करने तथा वास्तविक जीवन के अनुभवों को खेल गतिविधियों से जोड़कर मूल्य-आधारित सीखने को बढ़ावा देने पर विशेष बल दिया गया। प्रशिक्षण की पूरी प्रक्रिया संवादात्मक, सहभागी और व्यवहारिक दृष्टिकोण पर आधारित रही, जिससे शिक्षकों को मूल्य शिक्षा को अपनी दैनिक शिक्षण प्रक्रिया का हिस्सा बनाने की स्पष्ट रणनीतियाँ प्राप्त हुईं।

समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि इस प्रशिक्षण से सीखी गए अनुभव और सुझाव एचपी फ्यूचर्स परियोजना के तहत “वैल्यूज़ एजुकेशन थ्रू स्पोर्ट” कार्य योजना को और अधिक प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में समावेशी और समानता-आधारित शिक्षण वातावरण को सशक्त करने की दिशा में एक अहम कदम है।

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