राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट के स्नातक विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र दिए

नई दिल्ली.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, नई दिल्ली में फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एफडीडीआई) के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। उन्होंने 500 से ज़्यादा स्नातकों को सर्टिफिकेट दिए।

राष्ट्रपति ने याद दिलाया कि एफडीडीआई को 2017 में राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि भारत फुटवियर प्रोडक्शन और खपत में दुनिया भर में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे ये स्नातक विद्यार्थी भारत में अपने स्टार्टअप शुरू करेंगे, निर्यात और बढ़ने की उम्मीद है, जिससे आत्मनिर्भरता के ज़रिए आमदनी बढ़ेगी और रोज़गार मज़बूत होगा।

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री  पीयूष गोयल ने स्नातकों को बधाई देते हुए कहा कि वे ऐसे प्रोफेशनल हैं जो गांवों में कारीगरों, फैक्ट्रियों में इंजीनियरों और सबसे अच्छे उत्पाद चाहने वाले उपभोक्ताओं को जोड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत कई विकसित देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते कर रहा है, जिससे उद्योग और एफडीडीआई स्नातकों के लिए नए अवसर खुल रहे हैं।

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री  जितिन प्रसाद ने कहा कि 12 परिसरों के नेटवर्क के साथ, एफडीडीआई फुटवियर डिज़ाइन, टेक्नोलॉजी और इससे जुड़े क्षेत्रों में विशेष शिक्षा देने वाला बड़ा संस्थान बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत विशेष राष्ट्रीय संस्थान  के तौर पर, एफडीडीआई डिज़ाइन, टेक्नोलॉजी, विनिर्माण और खुदरा क्षेत्र के संगम पर है, और यह उद्योग से सीखता है और बदले में, उद्योग को मूल्य शृंखला में ऊपर जाने में सहायता करता है।

स्वामी विवेकानंद के 1897 के कथन को याद करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि आज दुनिया भारत के युवाओं पर उतना ही भरोसा करती है। उन्होंने कहा कि वैश्विक समुदाय भारत के साथ काम करने, नए व्यापार  समझौते में शामिल होने और देश के साथ आर्थिक सहयोग को मजबूत करने के लिए उत्सुक है। उन्होंने कहा कि एफडीडीआई महिला नेतृत्व का भी प्रतीक है, जिसके 70% से ज़्यादा विद्यार्थी महिलाएं हैं। वे संस्थान और देश को गर्व महसूस कराती हैं। गोयल ने विश्वास व्यक्त किया कि स्नातक विद्यार्थी दुनिया के मार्केट पर अधिकार करके भारत का झंडा ऊंचा रखेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत में बने भारतीय उत्पाद दुनिया भर में मिलें।  उन्होंने कहा कि यहां के विद्यार्थी जहां भी जाएंगे, वे 140 करोड़ भारतीयों की ताकत और उम्मीदों को लेकर भारत के ब्रांड एंबेसडर बनेंगे।

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