प्रशिक्षण कार्यशालाओं में 659 स्कूलों के 1100 शिक्षकों को किया प्रशिक्षित
शिमला। समग्र शिक्षा की ओर से उद्यमिता माइंडसेट कक्षाओं (Entrepreneurship Mindset Classes – EMC) परियोजना के तहत प्रदेशभर में शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित की गईं। करीब तीन हफ्ते तक चली ये कार्यशालाएं प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में संपन्न हुईं। समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा के मार्गदर्शन में आयोजित ये प्रशिक्षण सत्र प्रदेश के सरकारी स्कूलों में EMC कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
समग्र शिक्षा की ओर ये कार्यशालाएं कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू, शिमला और सोलन जिलों की DIETs, BRCC केंद्रों तथा चयनित पीएम-श्री और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में आयोजित की गईं। इस व्यापक पहल के अंतर्गत 659 सरकारी स्कूलों के 1100 से अधिक शिक्षकों ने प्रशिक्षण में हिस्सा लिया, जिससे कार्यक्रम का दायरा और प्रभाव दोनों व्यापक हुए।
*शिक्षक EMC पाठ्यक्रम व गतिविधि-आधारित लर्निंग से हुए अवगत*
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को EMC पाठ्यक्रम की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्हें गतिविधि-आधारित शिक्षण विधियों, समस्या-समाधान आधारित अभ्यासों, समुदाय-आधारित मुद्दों की पहचान, व्यवसायिक विचार निर्माण और उद्यमिता से जुड़े व्यावहारिक पहलुओं के बारे में समझाया गया। साथ ही, डिजिटल लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (LMS) के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया, जिसमें इंटरैक्टिव मॉड्यूल, मूल्यांकन उपकरण, रियल-टाइम मॉनिटरिंग, क्विज़ और केस स्टडी शामिल थे।
*सक्रिय सहभागिता और व्यावहारिक शिक्षण पर विशेष बल*
शिक्षकों ने समूह गतिविधियों, टीच-बैक सत्रों, सह-अध्ययन अभ्यासों और बिजनेस आइडिया प्रस्तुतियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। स्थानीय हिमाचली उद्यमियों पर आधारित केस स्टडीज ने प्रशिक्षण को और अधिक प्रेरक एवं प्रासंगिक बनाया। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को यह भी बताया गया कि रचनात्मकता, नवाचार, नेतृत्व क्षमता, टीमवर्क और दृढ़ता विकसित करने में उनकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।
*स्कूली छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम*
EMC कार्यक्रम को प्रदेश में पहले से ही सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी और समय-सारणी, अतिरिक्त सहायता तथा रिफ्रेशर प्रशिक्षण को लेकर दिए गए सुझाव कार्यक्रम को और सुदृढ़ बनाने में मददगार साबित होंगे। इन कार्यशालाओं के सफल आयोजन के बाद अब सभी प्रशिक्षित शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों में उद्यमिता माइंडसेट कक्षाएं शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि समग्र शिक्षा स्कूली छात्रों में उद्यमशील मानसिकता विकसित करने के लिए EMC परियोजना लागू कर रहा है। उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा का यह प्रयास छात्रों को भविष्य-उन्मुख और नवाचार आधारित कौशलों से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे आत्मविश्वासी समस्या-समाधानकर्ता और आगे चलकर नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बन सकेंगे