शिमला में भूस्खलन : मलबे में दबने से दम्पति और बच्चे की मौत

शिमला, 09 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिन से जारी मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन से भारी तबाही हुई है। शिमला जिला के कोटगढ़ इलाके में मलबे में दबने से दम्पति और बच्चे की मौत हो गई और दो अन्य चोटिल हुए। भूस्खलन की ये घटना ठियोग-कुमारसैन विधानसभा क्षेत्र की उप तहसील कोटगढ़ के ग्राम पंचायत मधावनी के पानेवली गांव में हुई।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यहां बीती रात एक मकान भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुआ है। मकान में पांच लोगों का परिवार रह रहा था। भारी वर्षा के कारण चट्टान युक्त मलबा इस मकान पर गिर पड़ा। इस मकान में दम्पति समेत छह लोग सो रहे थे। इसमें अनिल (32) पुत्र जयचंद, किरण (31) पत्नी अनिल और स्वप्निल (11) पुत्र अनिल की मलबे में दबने के कारण मौत हो गई है। तीनों के शवों को निकाल दिया गया है। परिवार के अन्य सदस्यों जयचंद और उनकी पत्नी बीना देवी को हल्की चोटें आई है। हादसे में वे बाल-बाल बच गए। इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

बता दें कि राज्य में 24 जून को मानसून के आगमन के बाद से बारिश से जुड़ी आपदाएं सामने आ रही हैं। अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 50 लोगों की मौत हो गई और 80 घायल हो गए, जबकि चार लापता हैं। 354 मवेशी भी इस दौरान मारे गए हैं। इसके अलावा 70 कच्चे-पक्के मकान, सात दुकानें और 34 पशुशालाएँ भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मानसून सीजन में अब तक करीब 362 करोड़ की संपति की क्षति हुई है। लोक निर्माण विभाग को 204 करोड़ की क्षति हुई है, जबकि जलशक्ति विभाग को 127 करोड़ और बागबानी विभाग को 26 करोड़, बिजली बोर्ड को 92 लाख और शहरी विकास विभाग को 38 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।

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